आरजेडी ने पुन: विचार करने ॠफटउडीन को लिखा लेटर
ग्वालियर। जेएएच में चल रहे राजनैतिक महासंग्राम के बीच जीआरएमसी से कार्यमुक्त किए जाने वाली नर्सिंग ऑफिसर रेखा परमार के मामले में क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवा ने जीआरएमसी डीन डॉ. अक्षय निगम को इस मामले में पुन: विचार करने को लेकर पत्र लिखा है। अभी कुछ दिनों पहले अधीक्षक हटाने की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा व प्रबंधन में तनातनी हो गई थी, जिसके बाद जीआरएमसी प्रबंधन ने मप्र नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष एवं नर्सिंग ऑफिसर रेखा परमार को कार्यमुक्त कर उन्हें स्वास्थ्य विभाग भेज दिया था, अब दो विभागों के बीच नर्सिंग ऑफिसर का मामला लटक गया है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो पत्र लिखा गया है उसमें कहा गया है रेखा परमार द्वारा बुधवार को एक आवेदन प्रस्तुत किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि उनकी नियुक्ति संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवा, ग्वालियर के आदेश क/स्था / अवि / 89/8060-8106 दिनांक 18.09.1989 के द्वारा एफ एच सी जौरा जिला मुरैना में की गई थी, उस समय यह संस्था आपके प्रशासकीय नियंत्रण में आती थी। इसके पश्चात आपके आदेश क- 11097100 जून 1990 के द्वारा इनका स्थानांतरण आपके कार्यालय द्वारा एफएचसी गोहद जिला भिण्ड किया गया था। यह संस्था भी आपके प्रशासकीय नियंत्रण में थी।
इसके पश्चात आपके कार्यालय के आदेश के 15275-80 दिनांक 22.09.1990 के द्वारा इनका स्थानांतरण आपके कार्यालय द्वारा जीआर मेडिकल कॉलेज ग्वालियर के अधीन न्यूरोलॉजी विभाग में किया गया था, जब से वह निरंतर वहां पर कार्यरत है। इनकी नियुक्ति केवल इस कार्यालय द्वारा वर्ष 1989 में की गई थी, उस समय मेडिकल कॉलेज भी इस कार्यालय के अधीन आते थे ।