हाईटेक कैमरों से लैस क्यूआईसी टीम एमयू को देगी मेडिकल कॉलेजों की

हाईटेक कैमरों से लैस क्यूआईसी टीम एमयू को देगी मेडिकल कॉलेजों की

जबलपुर। मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विवि संबद्धता लेने वाले मेडिकल, डेंटल सहित अन्य विधाओं के कॉलेजों का इस्पेक्शन क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम से कराएगी। टीम के अधिकारी अपने निरीक्षण के दौरान अपने साथ हाईटेक कैमरों, जियो टैगिंग जैसी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए मौके से ही कॉलेज की रिपोर्ट विवि प्रशासन को भेजेगें। यह नई व्यवस्था विवि के कुलपति प्रो. डॉ. अशोक खंडेलवाल ने संबद्धता के लिए होने वाले निरीक्षण को लेकर खड़े किए जा रहे सवालों पर विराम लगाने के लिए शुरू की है।

अगले सत्र के लिए हो रही तैयारी

संबद्धता शाखा प्रभारी एवं उप-कुलसचिव डॉ. ज्योति मौर्या ने बताया यह नई व्यवस्था अगले सत्र में दी जाने वाली संबद्धता के लिए है। इसमें किसी भी प्रकार से कोई गड़बड़ी की संभावना नहीं होगी क्योंकि टीम सब कुछ रिकार्ड करेगी और जियो टैगिंग से लोकेशन भी बताई जाएगी।

अभी तक ये थी व्यवस्था

बताया जाता है कि अभी तक विवि अपनी एक टीम बनाकर संबद्धता के लिए तय मापदंड को कॉलेज पूरा कर रहा है या नहीं इसके लिए निरीक्षण कराता था। लेकिन विवि के सामने इस बात की शिकायत की जा रही थी कि टीम जो निरीक्षण कर रही है वह सही नहीं है। लिहाजा व्यवस्था में बदलाव किया गया।

अब ये होगी व्यवस्था

क्यूआईसी टीम कॉलेज का निरीक्षण करने के बाद संबद्धता संबंधी मापदंडों के लिए स्पॉट रिपोर्ट कुछ देर में ही विवि प्रशासन को भेज देगा। इस रिपोर्ट के आधार पर ही विवि प्रशासन उन कॉलेजों की सूची कार्य परिषद की बैठक में रखेगा ताकि उन्हें संबद्धता प्रदान की जा सके। इसमें खास बात ये है कि क्यूआईसी एजेंसी को विवि प्रशासन लिस्ट देगा लेकिन विवि प्रशासन को यह जानकारी नहीं होगी कि एजेंसी किस अधिकारी को किस कॉलेज के निरीक्षण के लिए भेज रही है।

क्यूआईसी एजेंसी की टीम संबद्धता के लिए आवेदन करने वाले कॉलेजों का निरीक्षण कर स्पॉट रिपोर्ट सौंपेगी। विवि के कुलपति द्वारा की गई पहल से पारदर्शिता बनी रहेगी साथ ही मापदंड पूरा करने वाले ही कॉलेजों को संबद्धता मिल पाएगी। डॉ. पुष्पराज सिंह बघेल रजिस्ट्रार एमयू