जनता का हित सर्वोपरि, प्रदेश में विकास कार्य समय पर हों: सीएम

जनता का हित सर्वोपरि, प्रदेश में विकास कार्य समय पर हों: सीएम

उज्जैन। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंत्रिमंडल की पहली बैठक मकर संक्रांति में 14 जनवरी को उज्जैन में होगी। इसके साथ ही विकास को लेकर सीएम अब उज्जैन के बाद हर संभाग मुख्यालय में अफसरों के साथ बैठकें करेंगे। इन बैठकों में स्थानीय विधायकों को शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रविवार को उज्जैन में सभी विभागों की संभागीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि जनता का हित सर्वोपरि है। प्रदेश में विकास कार्य समय सीमा में एवं गुणवत्तापूर्ण कराना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। विकेंद्रीकरण व्यवस्था से सभी कार्यों की मॉनीटरिंग की जाएगी, ताकि जनता के हित में एवं जनता के लिए बेहतर निर्णय लिए जा सकें। सभी कलेक्टर्स भविष्य के प्रोजेक्ट को देखते हुए सरकारी जमीनें आरक्षित करें। उज्जैन सहित बड़े शहरों का जोनल प्लान बनाने की दिशा में नगर निगम विशेष प्लान तैयार करें।

साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति में प्रभावी कार्रवाई करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। कहीं भी साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति होती है, तो उसके कारकों पर प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि निर्धारित से ज्यादा ध्वनि पर बजने वाले लाउड स्पीकरों पर कार्रवाई जारी रखें। उन्होंने उज्जैन शहर के विकास को लेकर आवश्यक निर्देश भी दिए।

खुले में मांस विक्रय पर कार्रवाई जारी रहे

मुख्यमंत्री ने कहा कि खुले में बेच रहे मांस एवं मछली वालों पर प्रभावी कार्रवाई सतत जारी रहे। मांस एवं मछली विक्रेताओं के लिए सभी जगह मार्केट डेवलप किए जाएं ताकि सड़क पर बेचने की नौबत न आए।

मन से डर मिटाना है : सीएम

सीएम डॉ. यादव ने कहा है कि मैं महाकाल का बेटा हूं। उज्जैन को लेकर लोगों में मिथक है कि कोई भी राजा यहां रात में नहीं रुकता। महाराजा सिंधिया को उज्जैन से राजधानी ग्वालियर ले जाना था इसलिए यह मिथक फैलाया गया था।

हर संभाग में होगी कैबिनेट की बैठक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सूर्य के उत्तरायण के बाद पहली कैबिनेट की बैठक उज्जैन में होगी। विकास के निर्णय यहीं लिए जाएंगे। साथ ही जहां विकास की आवश्यकता होगी, कैबिनेट की बैठक भी वहीं कराएंगे। विकास के मामले में जरा भी देर नहीं होगी। 17 दिसंबर को ही उज्जैन संभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर विकास कार्यों की समीक्षा की गई। इसके बाद दसों संभाग की बैठक लेकर विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। छत्री चौक चौराहे गोपाल मंदिर के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा महाकाल की शाही सवारी यहां से निकलती है, उस दौरान सर्वाधिक संख्या में श्रद्धालु जमा होते हैं। यहां कम स्थान होने से दुर्घटनाओं की आशंका सदैव बनी रहती है। इसके लिए उन्होंने निर्देश दिए कि मल्टी लेवल पार्किंग के बाद शेष स्थान खुला छोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ने अपने निर्देश में कहा कि जो भी विकास कार्य किये जाने हैं, वे एक बार में प्लानिंग के साथ किए जाएं।