जीएम मांगलिक के समर्थन में धरना प्रदर्शन निगम कमिश्नर को रिव्यू रिपोर्ट का इंतजार
ग्वालियर। बिजली बिल की बकाया राशि होने पर निगम के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के दो कनेक्शन काटने के बाद निगम के अधिकारियों एवं बिजली कंपनी के जीएम के बीच विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। एक ओर जहां निगम आला अधिकारी समय सीमा बीत जाने के बाद नोटिस के जवाब के संबंध रिव्यू रिपोर्ट नहीं मिलने की बात कह रहे थे वहीं दूसरी ओर वहीं दूसरी ओर बिजली कंपनी के सिटी सर्किल के जीएम कार्रवाई के विरोध के साथ ही नोटिस नहीं मिलने की बात कह रहे हैं। निगम अमले द्वारा मंगलवार की शाम की गई कार्रवाई के विरोध में बिजली कंपनी के कर्मचारी अपने अधिकारी के समर्थन में आ गए हैं।
बुधवार की दोपहर कर्मचारियों ने जीएम के समर्थन पर रोशनी घर स्थित ऑफिस पर धरना प्रदर्शन कर निगम कमिश्नर को शीघ्र हटाने की मांग की है। कर्मचारियों की माने तो निगम कमिश्नर की द्वेष पूर्ण कार्यवाही की संगठन घोर निंदा करता है, साथ ही मुख्य निर्वाचन आयुक्त मध्य प्रदेश एवं मुख्य सचिव मध्य प्रदेश शासन से पुन: मांग करता है कि शीघ्र नगर निगम कमिश्नर को ग्वालियर से स्थानांतरित किया जाए एवं निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही की जाए, अन्यथा संगठन कड़े कदम उठाने के लिए बाध्य होगा। वहीं कुछ लोग इस विवाद के पीछे की मुख्य वजह बिजली कंपनी का निर्माण कार्य बताया जा रहा है, क्योंकि मोतीमहल में बिजली कंपनी के कार्यालय का निर्माण कार्य चल रहा है, हाल ही में निगम की ओर से इस निर्माण के संबंध में नोटिस जारी किया गया था।
क्या है मामला
बिजली कंपनी का नगर निगम पर 13 करोड़ रुपए बकाया है, जिसमें से करीब 1 करोड़ का बकाया जलालपुर स्थित दो प्लांट पर है। इसी के चलते नोटिस देने के बाद मंगलवार की शाम 4 बजे जलालपुर एसटीपी का विद्युत बिल बकाया होने पर कनेक्शन काट दिया गया। जिससे मौके पर सीवर को लिμट कर बाहर फेंकने व फिल्ट्रेशन प्लांट में काम करने वाली पूरी मशीनरी ठप हो गई। मामले की जानकारी निगम अधिकारियों को लगते ही हड़कंप मच गया। कनेक्शन कटने के बाद नगर निगम का अमला जेसीबी एवं बुलडोजर लेकर बिजली कंपनी के महाप्रबंधक नितिन मांगलिक के चंद्रनगर स्थित आवास पर पहुंचा, हालांकि बिजली कंपनी ने बिना पैसे जमा किए आला अधिकारियों के निर्देश के बाद कनेक्शन वापस जोड़ दिया।