नए हिट एंड रन कानून का विरोध शुरु, अंचल में थमे ट्रकों व बसों के पहिए, यात्री हुए परेशान
ग्वालियर। ‘हिट एंड रन’ के नए कानून के विरोध में सोमवार को मध्य प्रदेश समेत देश के 8 राज्यों राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, यूपी, उत्तराखंड, पंजाब और गुजरात में ट्रक, डंपर, बस सहित अन्य वाहनों के पहिए थम गए। यह नियम सभी तरह के ड्राइवरों पर लागू है, लेकिन बस और ट्रक चालक समझ रहे हैं कि यह कानून केवल उन पर लागू होगा। सोमवार को अंचलभर में हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। हड़ताल 3 जनवरी तक है, अगर सरकार नियम में संशोधन नहीं करती है तो हड़ताल आगे बढ़ सकती है, इससे नुकसान लोगों का है। शहर के अंतरराज्यीय और झांसी रोड स्थित बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा रहा। दोनों स्टैंड से 800 से 900 बसों का संचालन होता है। सोमवार को पुलिस प्रशासन ने बस और ट्रक एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और हड़ताली चालकों को समझाने की बात कही।
नए प्रावधान के बाद हिट एंड रन के बाद भागना पड़ेगा भारी
नए प्रावधान में दुर्घटना के बाद वाहन चालक फरार होकर बच नहीं सकता। वाहन चालक को पुलिस को सूचना देनी होगी। यदि नहीं दी और बाद में पकड़े गए तो 10 वर्ष का कारावास और सात लाख का अर्थदंड देना होगा।
भोपाल: पेट्रोल पंप पर पुलिस लगानी पड़ी : राजधानी में 152 पेट्रोल पंपों में से दोपहर तक 17 पंप ड्राई हो गए थे। शहर के कमला पार्क इलाके के पेट्रोल पंप पर पुलिस तक लगानी पड़ी। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार से स्कूलों में लगी वैन और बसों के पहिए भी थम सकते हैं।
जबलपुर: जाम में फंसे 500 से ज्यादा वाहन: जिले में पाटन बाईपास,शहपुरा भिटौनी तथा बरेला में ट्रक चालकों की हड़ताल के चलते भारी जाम रहा। तीनों जगह चालकों ने चक्काजाम भी किया, जिसे पुलिस ने विफल कर दिया। हालांकि 2 से 3 घंटे तक 500 वाहन फंसे रहे।
इंदौर: चक्काजाम, हल्का बल प्रयोग: इंदौर में सुबह गंगवाल चौराहे पर बसों को सड़क के बीच खड़ा कर चक्का जाम किया गया। कई चौराहों पर ऑटो को रोक दिया गया। इससे विजयनगर चौराहे पर दो घंटे जाम रहा। हड़ताली ऑटो चालकों को पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर हटाया।
यह हुआ असर
- पेट्रोल खत्म: प्रदेश में 4500 पेट्रोल पंप हैं। कई शहरों के पंपों पर पेट्रोल खत्म हो गया। भोपाल के कोलार क्षेत्र में मजबूरी में लोगों ने 160 रुपए लीटर वाला पेट्रोल डलवाया। कई शहरों में पेट्रोल पंपों को बंद कर दिया गया।
- दूध: दूध टैंकरों के न चलने से सांची बूथों तक दूध नहीं पहुंचा। भोपाल में कई जगह 100 रुपए लीटर दूध बिका।
- सब्जी महंगी: दूसरे राज्यों से मंडियों में सब्जियों की आवक नहीं हुई। भोपाल में सब्जियों के दाम 20% तक बढ़ गए।
- पार्सल सुविधा: हड़ताल को मप्र पार्सल ट्रांसपोर्ट एंड फ्लीट ऑनर्स एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया है। मंगलवार से पार्सल की डिलेवरी नहीं हो पाएगी।