राष्ट्रपति मैक्रों बोले- फ्रांस में दंगों के लिए सिंगल पैरेंट्स के बच्चे जिम्मेदार

राष्ट्रपति मैक्रों बोले- फ्रांस में दंगों के लिए सिंगल पैरेंट्स के बच्चे जिम्मेदार

पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि देश बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। इस साल जून में हुए दंगों के लिए जिन युवाओं पर मुकदमा चलाया गया, उनमें से अधिकांश या तो सामाजिक देखभाल में थे या एकल-मातापिता वाले परिवार से थे। जून में पेरिस के उपनगर नैनटेरे में 17 वर्षीय नाहेल मेरजौक की एक ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद हिंसा भड़की थी। एक इंटरव्यू के दौरान मैक्रों ने कहा, ट्रायल के लिए भेजे गए 75% नाबालिग या तो सामाजिक देखभाल में थे या एकल- अभिभावक परिवारों से थे। यह एक बहुत बड़ी चुनौती है, क्योंकि (बाल दंगाई) कल का समाज हैं।

पैरेंट्स अपने बच्चों को शिक्षित करने के साथ जिम्मेदार बनाएं

मैक्रों ने बताया कि हिंसा के दौरान लगभग 3,505 लोगों को गिरμतार किया गया और 1,056 को जेल में डाल दिया गया। गिरμतार किए गए लोगों में से एक तिहाई दंगाई 18 साल से कम उम्र के थे। सबसे छोटा दंगाई 11 साल का था। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकारी अधिकारियों को एकल माता-पिता को अपने बच्चों को शिक्षित करने में मदद करने के लिए और कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा, हमें इन परिवारों का साथ देना चाहिए, अधिक साधन देने चाहिए, उन्हें बेहतर तरीके से तैयार करना चाहिए और साथ ही उन्हें और अधिक जिम्मेदार बनाना चाहिए। मैक्रों ने कहा कि अपराध करने वाले बच्चों के माता-पिता को दंडित करने की आवश्यकता है, लेकिन उन्होंने ऐसे लोगों के कल्याण लाभों को रोकने के लिए दक्षिणपंथी आह्वान का समर्थन नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह कदम केवल समस्या को और बदतर बनाएगा।