प्रणय सेमीफाइनल में हारे, विश्व चैंपियनशिप में पहला पदक जीता
कोपनहेगन। एचएस प्रणय का विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वप्निल सफर शनिवार को यहां पुरुष एकल सेमीफाइनल में थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसर्ण से तीन गेम में हारकर समाप्त हो गया, जिससे उन्होंने कांस्य पदक से अपना अभियान खत्म किया। इस तरह भारत ने 2011 के बाद से विश्व चैंपियनशिप में कम से कम एक पदक जीतने का रिकॉर्ड बरकरार रखा। प्रणय (31 वर्ष) दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी के खिलाफ शुरुआती गेम की बढ़त को गंवा बैठे। दूसरे गेम में वह 5-1 से बढ़त बनाए थे, लेकिन तीन बार के पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन विदितसर्ण ने बेहतर ‘डिफेंस और अटैक’ के बूते 18-21, 21-13, 21-14 से जीत हासिल कर लगातार दूसरे फाइनल में प्रवेश किया। ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता और गत चैंपियन विक्टर एक्सेलसेन को हराने के एक दिन बाद प्रणय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। मलेशिया मास्टर्स खिताब जीतने वाले प्रणय का डिफेंस कमजोर दिखा और वह 76 मिनट के मुकाबले के दौरान निरंतरता नहीं दिखा सके। इस सत्र में आॅस्ट्रेलियाई ओपन के उप विजेता प्रणय पिछले साल आल इंग्लैंड चैंपियनशिप में वितिदसर्ण से दो कड़े गेम में हार गये थे और थाईलैंड के इस खिलाड़ी के डिफेंस की ताकत और वापसी करने की काबिलियत से वाकिफ थे। भारत के शीर्ष क्रम के पुरुष एकल खिलाड़ी ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन दूसरे गेम से उनके खेल में थकान का असर दिखने लगा जो शायद पिछले दो दिन में खेले गए तीन गेम के मैचों के कारण हो।
पदक जीतने वाले 5वें खिलाड़ी बने प्रणय
इस हार के बावजूद प्रणय के लिए यह शानदार उपलब्धि रही क्योंकि वह विश्व चैंपियनशिप का पदक जीतने वाले 5वें भारतीय पुरुष एकल खिलाड़ी बन गए। किदांबी श्रीकांत (रजत), लक्ष्य सेन (कांस्य), बीसाई प्रणीत (कांस्य) और प्रकाश पादुकोण (कांस्य) पुरुष एकल में पदक जीत चुके हैं। दो बार की ओलिंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने एक स्वर्ण (2019) सहित 5 एकल पदक जीते हैं। साइना नेहवाल (रजत और कांस्य) ने दो पदक जीते हैं, जबकि ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी ने 2011 में कांस्य पदक जीता था। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने 2022 में कांस्य पदक जीता था।