ढाई करोड़ की धोखाधड़ी में पुलिस को थी लम्बे समय से तलाश

ढाई करोड़ की धोखाधड़ी में पुलिस को थी लम्बे समय से तलाश

इंदौर। व्यापारियों से लाखों के कपड़े की गठान उधारी में खरीदकर रातोंरात दुकान बंद कर भागे ठग गैंग के सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया है। आरोपी ढाई करोड़ की धोखाधड़ी कर चुके थे। क्राइम ब्रांच को उनकी लंबे समय से तलाश थी। गैंग ने सूरत, अहमदाबाद, मुंबई में भी वारदात करना कबूला है। क्राइम ब्रांच ने मुखबीर की सूचना पर सिमु इंपेक्स प्रा. लिमिटेड द्वारा डायरेक्टर सुमीर किनरा पता गुजरात ने आवेदक रघुवीर फेब्रिक के शुभम वैध एवं आदित्य सिंथेटिक के आवेदकों के साथ उपस्थित होकर शिकायत आवेदन किया था।

इसमें फर्म डीके ट्रेडिंग कंपनी प्रोपराइटर एवं वालाजी इंटरप्राइजेज प्रोपराइटर व उनके साथीगण द्वारा सिमु इंपेक्स से क्रमश: 25,64,832 रुपए, 41,33,327 रुपए का कपड़ा गठान प्राप्त किया। तीनों से कुल 91 लाख का कपड़ा गठान लेकर रातोंरात दुकान खाली करके चले गए थे। शिकायत जांच के दौरान फर्म डीके ट्रेडिंग कंपनी व बालाजी इंटरप्राइजेज के जीएसटी नंबर एवं लिंक खातों की जानकारी हासिल की गई।

अपडेट कराए थे आधार कार्ड: इसमें दोनों फर्मों के प्रोपराइटरों द्वारा शहर में किराए से ली गई दुकानों के पते पर ही अपने आधार कार्ड के पते अपडेट करा लिए थे। आधार कार्ड का उपयोग कर विभिन्न बैंकों में खोले गए खातों में निवास स्थान का पता इंदौर कराया गया था। संपूर्ण जांच से अनावेदक फर्म डीके ट्रेडिंग कंपनी प्रोपराइटर, बालाजी इंटरप्राइजेज प्रोपराइटर व उनके साथी के विरुद्ध केस दर्ज किया गया।

ये हैं आरोपी : अनुसंधान के बाद क्राइम ब्रांच ने अरविंद पांडे (कपड़ा व्यवसाय एवं कोचिंग क्लासेस) निवासी ग्रीन पार्क कॉलोनी हलधरू थाना कामरेज सूरत, लक्ष्मीकांत निवासी रघुकुल नगर नवागम, डिंडोली, वर्तमान पता सत्यम रो हाउस हलधरू सूरत, देवीप्रसाद उपाध्याय (कपड़ा व्यवसाय फर्म विजय टेक्सटाइल) निवासी बालाजी रेसीडेंसी डिंडोली थाना डिंडोली सूरत, चेतन जैन कपड़ा व्यवसाय निवासी सीताश्री रेसीडेंसी एरोड्रम रोड को गिरफ्तार किया गया है।

20 साल से सूरत में रह रहा आरोपी आरोपी

देवीप्रसाद उपाध्याय 20 वर्षों से सूरत में रहता है, जिसे कपड़े की अच्छी जानकारी है। उसकी कपड़ा व्यवसाय के दौरान सभी की सूरत में रहते हुए दोस्ती हुई, तब सभी ने मिलकर इंदौर में जीएसटी नंबर लेकर दो दुकान खोलकर कपड़ा व्यवसाय करने की प्लानिंग की। फिर इंदौर आकर फर्म मैसर्स बालाजी इन्टरप्राइजेज दुकान का पता तिलक पथ मेन रोड एवं डीके ट्रेडिंग कंपनी दुकान पता इमली बाजार पर किराए से दुकान लेकर उसी पते पर आधार कार्ड के पते अपडेट कराए। इसी पते पर जीएसटी नंबर लेकर बैंक खाते खुलवाए।

व्यापारियों का भरोसा जीता

प्रारंभ में व्यापारियों का भरोसा जीतने के लिए समय पर भुगतान किया और जब व्यापारियों का भरोसा बढ़ गया तब 91 लाख का कपड़ा गठान लेकर रातोंरात दुकानों से सामान लेकर फरार हो गए। फरियादी के अलावा 9 अन्य व्यापारियों से भी करोड़ों की ठगी करना समाने आया, जिसकी जांच की जा रही है।