टेक-सपोर्ट कॉल सेंटर पर पुलिस की रेड, विदेशियों से ऑनलाइन कॉलिंग पर धोखाधड़ी करने वाले 7 दबोचे

टेक-सपोर्ट कॉल सेंटर पर पुलिस की रेड, विदेशियों से ऑनलाइन कॉलिंग पर धोखाधड़ी करने वाले 7 दबोचे

ग्वालियर। विदेशों में आने वाली कम्प्यूटर की समस्या को सुधारने के लिए फर्जी तरीके से कॉलिंग कर रकम ऐंठने वाले गिरोह का पड़ाव व झांसी रोड थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में पर्दाफाश किया है। पुलिस की यह रेड माधव नगर स्थित होटल में पड़ी, जहां महिला सहित सात लोग टेक्निकल सपोर्ट के नाम से चलाए जाने वाले फर्जी कॉल सेंटर को संचालित कर रहे थे। इनके पास से पुलिस को फर्जी कॉलिंग एप और कॉल सेंटर में उपयोग होने वाली सामग्री मिली, जिसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है।

एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि रविवार की रात पुलिस को माधव नगर स्थित आशीर्वाद होटल के दूसरी माले पर कुछ लोगों द्वारा लेपटॉप पर अंग्रेजी में बात करने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक ने एएसपी शियाज केएम के नेतृत्व में सीएसपी विश्वविद्यालय हिना खान और आईपीएस अनु बेनीवाल सहित पड़ाव टीआई इला टंडन और झांसी रोड टीआई हिरेन्द्र शर्मा को मौके पर भेजा। वहां पहुंचने पर पुलिस ने मुखबिर के बताए कमरा नंबर 204 में दबिश दी।

जहां पुलिस टीम ने अधखुले दरवाजे से देखा तो कमरे में 06 लड़के, 01 लड़की लेपटॉप के सामने बैठकर कान में हैडफोन लगाकर आईबीम वॉइप कॉलिंग एप के माध्यम से अंग्रेजी में बात कर रहे थे। जिन्हें पुलिस टीम ने कुर्सी पर बैठे में ही पकड़ लिया, पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि वह माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के एजेंट बनकर विदेशी नागरिकों को कम्प्यूटर में वायरस होने का झांसा देकर फंसाते थे, जिसके बाद यह आरोपी उनके कम्प्यूटर को ठीक करने के लिए स्क्रीन हैक कर रकम ऐंठते थे। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने बीती 27 मार्च को ही ग्वालियर में सेटअप जमाया था, इसके लिए काम करने की जगह एवं फर्नीचर का सेटअप संजय भदौरिया निवासी मुरैना ने एवं कर्ण नामक युवक ने लेपटॉप, मोबाइल फोन एवं वाईफाई (राउटर) सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण उपलब्ध कराये थे।

इसके साथ ही कॉलिंग के लिये डाटा तथा मोबाइल नम्बर मोंटी सिकरवार एवं एस. वॉटसन उपलब्ध कराते थे, जिसके बाद यह लोग कॉल्स जंगल, रियासत ट्रांसफर कॉल बैक/ बंसस इंबा ग्रुप के माध्यम से यूएस व अन्य देशों में रहने वाले लोगों को फंसाकर कम्प्यूटर समस्या ठीक करने के नाम पर उनसे मोटी रकम ऐंठते थे। इनके पास से जब पुलिस ने कॉल सेंटर संबंधित दस्तावेज मांगे तो आरोपियों ने चुप्पी साध ली, तब पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर तीन दिन की रिमांड पर लिया है।

ऑपरेशन में यह टीम रही शामिल

आरोपियों को गिरफ्तार करने में टीआई झांसी रोड हरेन्द्र शर्मा, टीआई पड़ाव इला टंडन, झांसी रोड टीम से उनि. आशीष शर्मा, उनि. अवधेश कुशवाह, प्रआर. जयपाल सिंह, आर. रामअवतार सिंह, आरक्षक सुखजिन्दर सिंह, मआर. पूर्वा एवं पड़ाव टीम से उनि. दीपेन्द्र राजावत, उनि. रोहित चौधरी, एएसआई मनीराम, राजवीर यादव, प्रआर. वीरेन्द्र भदौरिया, प्रआर. शैलेश शर्मा, आर. रविन्द्र कंसाना, संजीव यादव की सराहनीय भूमिका रही।

फर्जी कॉल सेंटर से यह पकड़े

पुलिस की रेड में फर्जी कॉल सेंटर से पकड़े गए आरोपियों में अभय पुत्र रणवीर सिंह राजावत निवासी ओरछा सरगना होना पता चला है, जोकि ग्वालियर के कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुका है। इसके साथ ही नीतेश कुमार निवासी गोरखपुर, दीपक थापा निवासी मेघालय, परवेज आलम निवासी गोरखपुर, श्वेता भारती निवासी गोरखपुर, राज कैलाशकर निवासी वेस्ट मुम्बई, सुरेश वासेल निवासी मेघालय को पुलिस ने गिरफ्तार किया। यह लोग विदेशी नाम मिस्टर पॉल, मार्टिन, जॉन, रियान, डेविल, नैंसी के नाम से स्कैम को संचालित करते थे।