जेल में मेल पर पुलिस की पैनी नजर, अंदर से ऑपरेट हो रहा बाहर का नेटवर्क
ग्वालियर। बड़े शहरों की तर्ज पर ग्वालियर में भी जेल के अंदर से बाहर का नेटवर्क ऑपरेट हो रहा है। इस बात की भनक पुलिस के कानों तक पहुंची है। ऐसे में पुलिस अब बंदियों से जेल में मेल (मुलाकात) करने वालों पर अब पैनी नजर रख रही है। इसके साथ ही कुछ संदिग्ध बंदियों की मुलाकात पर रोक भी लगाई गई है। पुलिस के पास खबर है कि डबरा में चली आ रही दो पक्षों की रंजिश में हुई हत्याओं में भी जेल से हुए कॉल पर कॉन्फ्रेंस जरिए के तानाबाना बुना गया था, जिसके बाद पुलिस सेन्ट्रल जेल में बंद कुख्यात अपराधियों की हर गतिविधि पर नजर रख रही है।
कहते हैं कि जेल की चारदीवारी के भीतर कैद बंदियों पर अपराध जगत की हर खबर रहती है, उन्हें पहले से पता होता है कि शहर में कब और किस गंभीर वारदात को अंजाम दिया जाने वाला है। कई घटनाएं तो ऐसी घटित हुई हैं जिसमें जेल के भीतर से ही पूरी प्लानिंग तय कर सनसनीखेज अपराधों को अंजाम दिया गया है। डबरा में हुए एक हत्याकांड में भी पुलिस को जेल के भीतर से कॉल और फिर कॉन्फ्रेंस के जरिए तार जुड़े होना पता चले हैं। इसी के चलते हाल ही में कलेक्टर और एसपी द्वारा जेल का औचक निरीक्षण भी किया गया था। जिसके बाद से पुलिस अधीक्षक की एक टीम जेल में बंद शातिर अपराधियों की मेल मुलाकात पर नजर रखे है।
डबरा मर्डर में कॉन्फ्रेंस कॉल से जुड़े तार
ज्ञात हो कि डबरा में दो गुटों की रंजिश में अभी तक तीन लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या की जा चुकी है। जिनमें से एक हत्याकांड को हाल ही में बीते 13 मार्च के दिन अंजाम दिया गया था। इस हत्याकांड के तार जेल से अनुमति वाले नंबर पर हुए फोन के जरिए कॉन्फ्रेंस कॉल से जुड़ा होना पता चला है, जिसके बाद से पुलिस रंजिशन हुई वारदातों में लिप्त अपराधियों पर पैनी नजर गढ़ाए है।
दुश्मनों पर FIR, जेल में उफन रही बदले की आग
एक दर्जन से अधिक गंभीर अपराधों में लिप्त रहने वाले राहुल यादव उर्फ दूधिया की दुश्मनों द्वारा की गई मारपीट में पुलिस ने आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की थी। लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी, इसी बीच पुलिस ने पूर्व के प्रकरण में राहुल दूधिया को जेल भेज दिया। खबर है कि दूधिया पुलिस की कार्रवाई के बाद भी जेल में बदले की आग में उफन रहा है, ऐसे में उसने अपने दुश्मनों से बदला लेने के लिए कुछ बाहर के लोगों से भी संपर्क किया है।
अक्षया हत्याकांड के आरोपी से मारपीट
जेल के भीतर की बात करें तो छह दिन पहले अक्षया हत्याकांड में नई जेल की बैरकों में बंद बाला सुर्वे और अजय तोमर के बीच विवाद हुआ है। अजय एक हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है जिसने बाला की मारपीट कर दी, सूत्रों के मुताबिक बाला के साथ हुई इस घटना को जेल प्रबंधन द्वारा बाहर आने से पहले ही भीतर दबा दिया गया।
कॉन्फ्रेंस कॉल की बात सामने आई थी, जेल में बंद संदिग्ध कैदियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। धर्मवीर सिंह,एसपी ग्वालियर