विमान में पायलटों और क्रू मेंबर्स के परफ्यूम लगाने पर लग सकती है रोक
डीजीसीए ने की नियमों में बदलाव की तैयारी, कहा- अल्कोहल की मात्रा वाले प्रोडक्ट्स पर लगेगा बैन
नई दिल्ली। भारत में एक नए प्रस्तावित नियम के तहत परफ्यूम का इस्तेमाल करने वाले पायलटों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। देश के एयरलाइंस बिजनेस की देखरेख करने वाले डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) के ऑफिस ने हाल ही में शराब की खपत के मामले में अपने उपनियमों में बदलाव का एक प्रस्ताव रखा है। दिशा-निर्देशों में पहले से ही मादक पेय पदार्थों के साथ अन्य चीजों का जिक्र है, जो ब्रेथ एनलाइजर टेस्ट के पॉजिटिव होने का कारण बन सकते हैं, जैसे माउथवॉश। रिपोर्ट में कहा गया है कि अब एक नया क्लॉज जोड़ा जा रहा है, जिसमें खासतौर से परफ्यूम का जिक्र है। नए प्रस्ताव के अनुसार क्रू का कोई भी सदस्य किसी भी दवा/ फॉर्मूलेशन का सेवन नहीं करेगा, ना ही किसी भी पदार्थ जैसे माउथवॉश/ टूथ जेल/परफ्यूम या ऐसे किसी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करेगा, जिसमें अल्कोहल की मात्रा हो। इसकी वजह से ब्रेथ एनलाइजर टेस्ट पॉजिटिव हो सकता है। कोई भी क्रू का सदस्य जो ऐसी दवा ले रहा है, उसे उड़ान शुरू करने से पहले कंपनी के डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। हालांकि परफ्यूम में थोड़ी मात्रा में अल्कोहल हो सकता है, लेकिन यह साफ नहीं है कि शरीर पर परफ्यूम लगाने से गलत पॉजिटिव ब्रीथ टेस्ट हो सकता है या नहीं। डीजीसीए के लिए आधिकारिक एयर सिक्योरिटी जरूरतों को अगस्त 2015 में अप्रूव्ड किया गया था। हालांकि इस प्रस्ताव पर 5 अक्टूबर तक जवाब मांगा गया है।
शराब पीकर आना बड़ा मुद्दा
- पायलटों का शराब पीकर ड्यूटी पर आना खतरनाक बन सकता है।
- जापान एयरलाइंस के पायलट कात्सुतोशी जित्सुकावा को 2018 में 10 महीने जेल की सजा सुनाई गई थी। टेकऑफ के तुरंत बाद किए गए टेस्ट से पता चला कि उनके खून में अल्कोहल का स्तर तय सीमा से 9 गुना ज्यादा था।
- अमेरिका में गेब्रियल लाइल श्रोएडर नाम के एक डेल्टा पायलट को उड़ान भरने से पहले पूरी तरह से सवार विमान से उतार दिया गया, क्योंकि शक था कि वह नशे में है।