19 साल में बना पटवारी, 14 में संविदाकर्मी!
ग्वालियर। पटवारी भर्ती परीक्षा में एक और अजूबा सामने आया है। एक युवा महज 19 साल में पटवारी परीक्षा में चुना गया है। उसे अतिरिक्त 10 नंबर का लाभ संविदा नियुक्ति का मिला है। ऑनलाइन दस्तावेज में उसकी जन्म तिथि 2004 है। अब सवाल यह उठता है कि पांच साल की संविदा नियुक्ति उसे 14 की उम्र में मिली थी? पीईबी की ऑफिशियल वेबसाइट पर दिए आंकड़ों से यह साबित होता है।
पटवारी परीक्षा में नया खुलासा संविदा नियुक्ति के लाभ का है। दरअसल, परीक्षा में नियम था कि जो भी संविदा पर पांच साल नियुक्त रहा होगा, उसे 10 अंक का लाभ अतिरिक्त मिलेगा। इस मामले की पड़ताल की तो एक नजीर कपिल कुमार गौतम की मिली। कैटेगरी में साफ उल्लेख है कि वह संविदा नियुक्ति से आया है, जबकि उसका जन्म 17 अगस्त 2004 है। इसका मतलब वह 2023 में 19 साल का है। समझ से परे ये है कि नाबालिग रहते हुए पांच साल पहले यानि 14 साल की उम्र में उसने कहां संविदा नियुक्ति ली थी।
यह था नियम : परीक्षा में शामिल होने संविदा कर्मी के लिए विशेष लाभ था। रिक्त पद जिस श्रेणी का हो उसी श्रेणी पर आवेदक पांच वर्ष संविदा पर रहा हो, इसका प्रमाण पत्र पेश करना होगा। प्रमाण पत्र जिला या राज्य स्तर के सक्षम अधिकारी द्वारा जारी होगा।
ऐसे कई मामलों का भंडाफोड़ हो सकता है। आप एक ही उदाहरण से समझें कि कोई भी संविदा नियुक्ति के लिए बालिग और ग्रेजुएट होना पहली पात्रता है। वह पांच साल पहले नाबालिग होते हुए ग्रेजुएट कैसे हो सकता है? - अभिषेक कुमार, परीक्षार्थी/आंदोलनकारी