होली पर घर पहुंचने हर तकलीफ सह रहे यात्री,टॉयलेट तक में सफर
जबलपुर। होली पर घर पहुंचने की जरूरत ने हर तकलीफ को सहते हुए सफर को अंजाम दिया जा रहा है। ट्रेनों में कन्फर्म टिकट तो फिलहाल सपना बनी है मगर जनरल कोचों में टॉयलेट तक में 6 से 8 लोग बैठकर सफर कर रहे हैं। भेड़बकरियों की तरह जनरल कोचों में यात्री भरे हुए हैं। इनका सफर 2-4 घंटों का नहीं बल्कि 24 से 30 घंटों तक का हो रहा है। ऐसी ही मिलती- जुलती तस्वीर बसों की है जिनमें पैर रखने जगह नहीं है।
इस बार होली में करीब दर्जन भर त्योहार स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं जिनमें से ज्यादातर जबलपुर होकर गुजर रही हैं। ट्रेनों की यह संख्या भी त्योहार पर भीड़ को राहत देने में नाकाम रही है। कुछ भाग्यशाली परिवार ऐसे हैं जिन्हें दलालों के माध्यम से कई गुना ज्यादा पैसे देने पर बर्थ उपलब्ध करवा दी जाती हैं मगर 90 फीसदी को निराशा हाथ आ रही है जो दलालों को मुंह मांगे पैसे देने में असमर्थ होते हैं। सभी ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट 100 पार है। जाना जरूरी हो तो मजदूर या कमजोर वर्ग के लोग जनरल डिब्बों का ही सहारा लेते हैं भले ही इनमें घुसना बेहद मुश्किल होता हो।
बस का सफर भी आसान नहीं
शहर के आईएसबीटी से चलने वाली करीब साढ़े 3 सौ बसें भी इस समय यात्रियों की संख्या देखते हुए कम साबित हो रही हैं। आईएसबीटी में यात्रियों की भीड़ है। बस देखते ही देखते फुल हो रही हैं जिसके चलते उनके पास अगली बस जाने तक का इंतजार शेष रहता है। परिवार के साथ सफर करने वाले लोग परेशान हैं। गर्मी भी पड़ने लगी है जिसके कारण बस का सफर कष्टकारी हो रहा है। जबलपुर से सिवनी,कटनी,सागर,दमोह,नरसिंहपुर,रायपुर,बालाघाट, नागपुर या अन्य जिलों को जाने के लिए ट्रेन के विकल्प के रूप में बस को देखने वाले यात्रियों को राहत नहीं मिल पा रही है।
हवाई सफर भी आसान नहीं
इन सब से इतर एक वर्ग ऐसा भी है जिसके लिए पैसे कोई मायने नहीं रखते ये हवाई यात्रा के जरिये चंद घंटों में दूर का सफर आसानी से तय करने में विश्वास रखते हैं। हवाई यात्रा के लिए पैसे खर्चने में सोचने वाले यात्रियों को इस समय दिक्कत है वह इसलिए क्योंकि स्पाइस जेट की सभी फ्लाइट्स को जबलपुर से निरस्त रखा गया है। 3 से 18मार्च तक स्पाइस जेट के विमान न चलने के कारण अन्य चलने वाले विमानों पर दबाव बढ़ा है। 4 हजार रुपए में उपलब्ध होने वाली टिकट 10 से 12 हजार रुपए में मिल रही हैं।
ये ट्रेनें चल रहीं क्षमता से ऊपर यात्री लेकर
मुंबई-हावड़ा मेल,हावड़ा मुंबई मेल,शक्तिपुंज एक्स.,जनता एक्सप्रेस अप व डाउन,महानगरी,चित्रकूट एक्सप्रेस, गोंड़वाना, महाकौशल, जबलपुर-नई दिल्ली श्रीधाम एक्सप्रेस, अमरकंटक एक्स., इंदौर बिलासपुर एक्स. तो क्षमता से ऊपर चल ही रही हैं इसके अलावा कम दूरी की चलने वाली ट्रेनों में भी पांव रखने की जगह नहीं है।