कटनी में बरौनी-गोंदिया ट्रेन का रूट बदलने से भड़के यात्री, किया हंगामा

कटनी में बरौनी-गोंदिया ट्रेन का रूट बदलने से भड़के यात्री, किया हंगामा

जबलपुर। रेलवे इन दिनों तीसरी लाइन की कनेक्टिविटी के लिए प्रमुखरूटों पर आधा सैकड़ा से अधिक ट्रेनों को निरस्त किए हुए है और कुछ ट्रेनों को रूट डायवर्ट कर चला रहा है। इसके साइड इफेक्ट सामने आने लगे हैं। ट्रेन नंबर 15232 बरौनी से गोंदिया जाने वाली ट्रेन का रूट डायवर्ट कर इसे जबलपुर से ब्रॉडगेज से होते हुए नैनपुर वाया गोंदिया जाना था। इस बात को लेकर कटनी में यात्रियों ने जमकर हंगामा मचाया। आधे घंटे तक सैकड़ों की संख्या में यात्रियों के हंगामे के बाद रेल प्रशासन को झुकना पड़ा और इसे पुराने रूट से ही चलाने स्वीकृति दी गई तब जाकर यात्रियों का गुस्सा शांत हुआ।

शनिवार को कटनी रेलवे स्टेशन में उस वक्त हंगामा हो गया जब गोंदिया एक्सप्रेस के यात्रियों को ट्रेन के रूट डायवर्ट के बारे में जानकारी लगी। ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों ने करीबन आधे घंटे तक हंगामा किया, तब जाकर यात्रियों की मांग रेल प्रशासन ने मानी और ट्रेन को निर्धारित मार्ग उमरिया- शहडोल-बिलासपुर-रायपुर होते रवाना किया गया।

इसलिए भड़के यात्री

दरअसल कटनी रेलवे स्टेशन पर 15232 बरौनी से गोंदिया जाने वाली गाड़ी का रूट डायवर्ट किया गया था, जिसे जबलपुर-नैनपुर होते हुए गोंदिया जाना था। इसी जानकारी के बाद यत्रियों द्वारा हंगामा किया गया और ट्रेन को निर्धारित रूट से भेजे जाने की मांग की गई। यात्रियों की मांग पर यात्रियों की सुविधा हेतु ट्रेन को निर्धारित मार्ग उमरिया शहडोल बिलासपुर रायपुर होते रवाना किया गया। यह हंगामा करीबन आधे घंटे तक चला।

दोनों मुख्य रूट प्रभावित

रेलवे ने थर्ड लाइन कनेक्टिविटी के लिए एक साथ दो मुख्य रूटों पर आधा सैकड़ा ट्रेन निरस्त कर दी हैं। इससे यात्रियों में बेहद आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं कुछ ट्रेन बदले रूट से चलाई तो जा रही हैं मगर इसमें यात्रियों को समय अधिक लगना और परेशानी उठानी पड़ रही है। यात्रियों का कहना है कि पिछले कई महीनों से रेलवे जब चाहे बल्क में ट्रेन निरस्त कर रहा है इसमें ऐसी व्यवस्था हो कि यात्रियों को परेशानी न हो और कम से कम ट्रेन निरस्त की जाएं या रूट डायवर्ट किए जाएं।

ट्रेन नंबर 15232 बरौनी गोंदिया का रूट डायवर्ट किया गया था जिसे जबलपुर होकर जाना था,यात्रियों के विरोध के चलते हमने इसे पुराने रूट शहडोल होते हुए कर दिया है। रेलवे का प्रयास है कि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो। काम पूरा होने पर सुविधाएं बढ़ेंगी। विश्वरंजन, सीनियर डीसीएम, जबलपुर रेल मंडल