कृत्रिम था विभाजन, अखंड भारत ही सत्य है, सिंधी समाज सपने पूरे करे
भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने सिंधी सम्मेलन में भारत-पाकिस्तान के विभाजन को कृत्रिम बताते हुए कहा कि अखंड भारत ही सत्य है। खंडित भारत दु:स्वप्न था, आज पाकिस्तानी भी कह रहे हैं कि गलती हो गई। जो लोग हठधर्मिता से अलग हुए आज दुखी हैं, जबकि सिंधी भारत से ही भारत में आए और आज फिर खड़े हो गए। सिंधी समाज अपने अधूरे सपनों को साकार करें, आरएसएस आपके साथ है। शहीद हेमू कालाणी जन्मशताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के बतौर भागवत पहली बार यहां सिंधी समाज से रूबरू थे। कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सिंधू दर्शन पर जाने वाले यात्री को 25 हजार रुपए अनुदान देने, शहीद हेमू कालाणी की प्रतिमा और सिंधी संस्कृति का संग्रहालय बनाने का ऐलान किया। प्रतिमाएं भोपाल, इंदौर और जबलपुर में लगेंगी। सिंधी विस्थापितों को जमीन का मालिकाना हक देने प्रीमियम की दरों में विशेष छूट की घोषणा भी की। सिंधियों की तारीफ करते हुए भागवत बोले- नई पीढ़ी को भी संस्कृति से जोड़े रखें, उस भूमि पर फिर से भारत को बसाना होगा, आप ही लोग यह कर सकते हैं। आरएसएस आपके साथ है, हम सिंधू मतलब हिंदू हैं। भागवत ने कहा कि देश में सिंधी समाज का योगदान बराबरी का रहा है लेकिन उल्लेख कम रहता है। अपने स्व को बचाने के लिए इन्होंने बलिदान दिए, जमीन छोड़ी पर अपनी संस्कृति, भाषा, भारत और सनातन को नहीं छोड़ा। हम सिंधू सभ्यता को नहीं भूल सकते, कुछ भी नहीं भूलेंगे, योगी अरविंद ने भी कहा था यह विभाजन कृत्रिम है।
चमकेगा और बढ़ेगा सिंध, सिंधू तथा सिंधी
भागवत ने कहा कि सिंध, सिंधू और सिंधी रहेगा, बढ़ेगा और चमकेगा। उस समय गलती हुई, उसका सुधार यही है। आप तैयार रहिए, हम आक्रमणकारी नहीं है, पाकिस्तान पर आक्रमण नहीं करेंगे, पर ऐसा खुद ही होगा। आप दोनों तरफ का भारत जानते हो, वहां भारत को बसा सकते हो। हमें आपस में लड़ाने वालों से बचना है, ऐसा हो तो संभालना है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने गिनाए सिंधी व्यंजन
सीएम ने शहीद कालाणी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि बलिदानियों के साथ सिंधी संतों की भूमि भी रही है। सिंधी समाज ने सफल उद्यमी, समाज सुधारक और अनेक प्रतिभाएं देने का काम किया। लेकिन, हमें अपनी संस्कृति, खानपान और वेशभूषा को नहीं भूलना है। सीएम ने सिंधी व्यंजनों का जिक्र करते हुए समाज के हित में अनेक घोषणाएं भी कीं।
महामंडलेश्वर ने उठाया हमले का मुद्दा
इस मौके पर महामंडलेश्वर हंसराम महाराज ने इंदौर में दो महीने पहले सिंधी मंदिरों पर निहंग सिखों द्वारा किए गए हमले का मुद्दा उठाया। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि पुलिस ने हमारी सुनवाई नहीं की, मुख्यमंत्री यहां बैठे हैं उन्हें संज्ञान लेना चाहिए। कार्यक्रम में सिंधी समाज के संतों और प्रमुख हस्तियों का भागवत ने अभिनंदन किया। कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी और विधायक अशोक रोहाणी सहित अन्य उपस्थित थे।
बावड़ी में मारे गए श्रद्धालुओं को
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में इंदौर हादसे में मृत लोगों को भागवत और सीएम सहित अन्य वक्ताओं ने श्रद्धांजलि दी। भागवत ने कहा कि मुझे जब दुर्घटना की खबर मिली, उस समय मैं गंगा दर्शन कर रहा था, तभी मैंने गंगाजी को प्रणाम कर दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि भी दी। प्रारंभ में कार्यक्रम के संयोजक भगवानदास सबनानी ने आयोजन की रूपरेखा बताई। सिंधू सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लधाराम नागवानी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।