200 साल पुराने बालाजी मंदिर में तोतों का लंगर, रोज चट कर जाते हैं 300 किलो ज्वार

200 साल पुराने बालाजी मंदिर में तोतों का लंगर, रोज चट कर जाते हैं 300 किलो ज्वार

इंदौर। इंदौर के पश्चिमी क्षेत्र के पंचकुइयां इलाके के 200 साल पुराने खेड़ापति हनुमान मंदिर परिसर में स्थित श्रीराम मंदिर की छत पर रोजाना तोतों का लंगर लगता है। यहां करीब 50 वर्षों से अलसुबह तोतों को ज्वार डाली जा रही है। 5 हजार वर्गफीट की इस छत पर हजारों की संख्या में तोते नियमित रूप से दाना चुगने आते हैं। सुबह छत पर तोतों को ज्वार खाते देख लगता है कि छत का कलर हरा हो गया है। तोते चोंच ऊपर करते हैं, तो छत पर हरा और लाल रंग नजर आता है, जैसे कोई हरा कालीन बिछा दिया गया है।

50 वर्षों से दाना डाल रहे हैं रमेश अग्रवाल :

यह काम समाजसेवी रमेश अग्रवाल द्वारा 50 वर्षों से निरंतर किया जा रहा है। वह रोजाना सुबह 5.30 बजे 300 किलो ज्वार मंदिर की छत पर डालते हैं। इसके अलावा 50 किलो मक्का भी डाली जाती है। इससे अब तोतों के साथ कबूतर भी आने लगे हैं। वर्षभर दी जाने वाली ज्वार का खर्चा विशेष रूप से नारायण अग्रवाल 420 पापड़ वाले व पीडी गर्ग द्वारा किया जाता है।