उत्तर-मध्य में पार्किंग तो पूर्व में जल संकट व जल प्लावन बड़ी समस्या
जबलपुर। शहर की 2 एक दूसरे से लगी विधानसभा सीट जिनमें उत्तर- मध्य व पूर्व विधानसभा शामिल हैं में आम नागरिकों की सबसे बड़ी परेशानियों पर नजर डाली जाए तो उत्तर-मध्य में पार्किंग की समस्या सबसे बड़ी है तो पूर्व क्षेत्र में आज भी सभी को जरूरत का पेयजल नहीं मिल रहा है और बारिश में यहां जलप्लावन होता है। हर 5साल में चुनाव होते हैं और कभी विधायक बदल जाते हैं तो कभी फिर से चुनकर आते हैं। ये शहर के बीचोंबीच के क्षेत्र हैं और सड़क,पानी,बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं पर तो चुने जनप्रतिनिधि काम करते हैं मगर ये दो ऐसी समस्याएं हैं जो बरसों बाद भी हल नहीं हो पा रही हैं। चुनावी मूड के हिसाब से इस बार दोनों क्षेत्र की जनता इन दोनों मांगों को लेकर प्रत्याशियों से हल करने उनका पक्ष क्या है ये जानना चाह रही है।
उत्तर मध्य क्षेत्र
यहां पर शहर की सबसे सघन आबादी है। मुख्य क्षेत्र में फुहारा,कमानिया,मिलौनीगंज, दमोहनाका,विजय नगर,गुलौआ क्रासिंग,भूलन,अग्रवाल कॉलोनी, यादव कॉलोनी, उजारपुरवा, रानीताल जैसे क्षेत्र हैं। यहां पर शहर का सबसे बड़ा और व्यस्त बाजार भी है। जो कि गल्ला मंडी, फूल मंडी, सब्जी मंडी, फल मंडी के रूप में निवाड़गंज में है। इसके अलावा फुहारा, कमानिया,घमंडी चौक, सराफा, कोतवाली, मिलौनीगंज में भी व्यापारिक क्षेत्र है। यहां की मुख्य सड़क हमेशा ही कब्जों में होती है। इस क्षेत्र में पार्किंग सुविधा विकसित करने के लिए सालों पहले घोषणा हुई थी कि मल्टी लेवल-पजल पार्किंग तैयार की जाएंगी। इसके लिए श्रीनाथ की तलैया,घमंडी चौक के पास चरहाई, कोतवाली की जगह चिन्हित भी की गई थीं मगर एक भी जगह काम नहीं हो पाया।
अतिक्रमण भी नहीं हट पाए
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने यहां की अतिक्रमण और जाम की समस्या को हल करने पहल की थी और यहां के सभी व्यापारिक संगठनों से मीटिंग कर एक माह में समस्या हल करने की बात कही थी। अब तक करीब 8 माह हो चुके हैं मगर समस्या जस की तस है। यहां पर अतिक्रमण करवाने में व्यापारी खुद जिम्मेदार हैं जो सामान दुकान से बाहर तक लगाते हैं और तो और सामने की जगह में सड़क पर दुकान लगाने के लिए जगह रुपए देकर देते हैं।
पूर्व विधानसभा क्षेत्र
पूर्व विधानसभा क्षेत्र में जो आबादी पहाड़ी क्षेत्रों पर बसी है उसे पेयजल की किल्लत हमेशा बनी रहती है। इसके पीछे कुछ हद तक नगर निगम तो कुछ हद तक खुद नागरिक भी दोषी हैं। इसे ऐसे समझें की महर्षि अरविंद वार्ड की पानी की टंकी की राइजिंग मेन से लोगों ने छेद कर कनेक्शन खुद कर लिए जिससे पहाड़ी पर बनी टंकी ही नहीं भर पाती। नगर निगम ने 11 साल में भी दूसरी लाइन नहीं डाली जिससे यह टंकी खाली ही रहती है। दूसरी बड़ी समस्या शहर की सबसे बड़ी कुली हिल टैंक की है जो कि आयु के 65साल पूरे कर चुकी है और जर्जर हालत में है। इस टंकी को पूरा नहीं भरा जाता,आधी भरने के चलते वार्डों में नल का प्रेशर बेहद धीमा होता है।
पार्किंग के लिए हमने प्रयास किए हैं मगर नगर निगम से सहयोग नहीं मिल पाया। मुख्य मार्ग पर पजल पार्किंग के लिए पहले घोषणा भी की गईं मगर इन पर अमल नहीं हुआ। हमारा प्रयास होगा कि क्षेत्र में कम से कम 3 पजल पार्किंग बनाई जाएं जिससे यातायात की समस्या हल हो सके। -विनय सक्सेना,प्रत्याशी कांग्रेस।
यह शहर का सबसे व्यस्त क्षेत्र है और अब तक यहां पर पार्किंग की व्यवस्था क्यों नहीं की गई ये हैरत की बात है,मैं इस कार्य को अपनी पहली प्राथमिकता में रखूंगा और वाहनों को सुव्यवस्थित पार्किंग मिले इसके लिए प्रयास करुंगा। -अभिलाष पाण्डेय, प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी।