पंकज सिकरवार हत्याकांड : आखिरी आरोपी 60 हजार का इनामी गैंगस्टर आशु गिरफ्तार

पंकज सिकरवार हत्याकांड : आखिरी आरोपी 60 हजार का इनामी गैंगस्टर आशु गिरफ्तार

ग्वालियर। शहर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर पंकज सिकरवार की हत्या में फरार आखिरी आरोपी 60 हजार का इनामी गैंगस्टर आशु तोमर को उसके दो साथियों समेत अम्बाह में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आशु ने फरारी के दौरान हाल ही में अम्बाह के भाजपा पार्षद के घर ताबड़तोड़ फायरिंग करके पांच लाख का टेरर टैक्स मांगा था। इसके बाद ग्वालियर के साथ मुरैना पुलिस भी उसके पीछे लगी थी।

उपनगर ग्वालियर के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर पंकज सिकरवार की हत्या चार शहर का नाका पर गैंगस्टर परमाल सिंह तोमर ने अपने साथी सोनू और आशु तोमर के साथ गोलियों से भूनकर की थी। वारदात के बाद तीनों कुख्यात बदमाश फरार हो गए थे। इस वारदात को गैंगस्टर परमाल सिंह तोमर के खास दोस्त अभिषेक तोमर की हत्या का बदला बताया जाता था। इस वारदात में परमाल को ग्वालियर पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया था। जबकि सोनू यूपी में एक लाख के इनामी बदमाश गौरव शर्मा के साथ पकड़ा गया था। इस दौरान फरारी में सोनू अपनी गैंग के इशारे पर काम कर रहा था। वहीं आशु तोमर ने फरारी के दौरान अम्बाह के लोकल बदमाशों के साथ मिलकर स्थानीय भाजपा पार्षद सोनू वर्मा को चिट्ठी भेजकर 5 लाख का टेरर टैक्स पिछले साल मांगा था।

इसके बाद जनवरी माह में सोनू ने अपने साथी बिर्रे पंडित और धीरू परमार के साथ पार्षद के घर फायरिंग करके सनसनी फैला दी थी। इस बीच अम्बाह पुलिस को सूचना मिली थी कि आशु अपने साथियों के साथ इलाके में है और आगरा जाने की तैयारी में है। ऐसे में पुलिस ने घेराबंदी की और बाइक पर हथियारों से लैस होकर जा रहे आशु, बिर्रे और धीरू को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से दो पिस्टल, एक कट्टा और बाइक बरामद हुई है। इनमें आशु की गिरफ्तारी पर ग्वालियर और चंबल एडीजी की ओर से 30- 30 हजार का इनाम था।

अभिषेक के मर्डर के बाद भड़का गैंगवार

गैंगस्टर परमाल अमूमन मुरैना में ही रहकर अपराध करता था। अवैध शराब की बड़े स्तर पर बिक्री उसका काम था। कुछ समय से वह ग्वालियर में चार शहर का नाका पर अपने पिता के घर रहने लगा तो यहां उसकी प्रॉपर्टी डीलर पंकज सिकरवार से तनातनी होने लगी। इस बीच कोर्ट पेशी से लौट रहे परमाल के साथी अभिषेक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद परमाल को संदेह था कि पंकज ने उसे मरवाया है। इसके बाद दोनों गुटों मे लंबे समय तक तनातनी चली और चार साल पहले 10 जुलाई को परमाल ने पंकज की घेरकर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी।

डकैत की टसल शहरी बदमाश से निकाली

सूत्रों की मानें तो मुरैना पुलिस के टॉप टारगेट डकैत गुड्डा गुर्जर को ग्वालियर पुलिस ने बड़े ही नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार किया था। जबकि मुरैना पुलिस उसकी धरपकड़ के लिए काफी मशक्कत कर रही थी। इस बीच आशु को लेकर ग्वालियर क्राइम ब्रांच उसके पीछे लगी थी। जबकि मुरैना पुलिस ने उसे दबोच लिया।

आशु तोमर को मुरैना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसे हम प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएंगे। उससे पंकज सिकवार की हत्या और फरारी में उसकी मदद करने वालों की जानकारी जुटाई जाएगी। अमित सांघी, एसपी ग्वालियर