पीएम मोदी ने कहा- हम रेड टेप हटाकर रेड कारपेट बिछा रहे है

ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए पीएम पहुंचे दक्षिण अफ्रीका

पीएम मोदी ने कहा- हम रेड टेप हटाकर रेड कारपेट बिछा रहे है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए साउथ अफ्रीका पहुंच चुके हैं। यहां मंगलवार को पीएम मोदी ने ब्रिक्स बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए भारत की उपलब्धियों के बारे में बताया। मोदी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में उथल- पुथल के बावजूद भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। आगे भारत जल्द 5 ट्रिलियन वाली इकोनॉमी बनेगा। इतना ही नहीं भारत आने वाले वर्षों में दुनिया का ग्रोथ इंजन होगा। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए संभव हो पाया, क्योंकि भारत ने आपदा और कठिन समय को आर्थिक सुधारों में बदल दिया। मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में सरकार ने मिशन मोड में बदलाव किए हैं, उनसे भारत में ईज आॅफ डूइंग बिजनेस (व्यापार करने में आसानी) में बढ़ोतरी हुई है। बिजनेस करने के लिए अनुमति लेने की जो अलग- अलग नीतियां थीं उनके भार को कम किया है। मोदी ने आगे कहा कि मौजूदा सरकार रेड टेप को हटाकर रेड कारपेट बिछा रही है, जिससे व्यापार के विकल्प बढ़ें। बता दें, साउथ अफ्रीका में 22- 23 अगस्त को 15वां ब्रिक्स सम्मेलन होना है। पीएम मोदी वहां साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति माटामेला सिरिल रामफोसा के न्योते पर पहुंचे हैं।

रूस-चीन समेत 5 देश हैं ब्रिक्स में शामिल

ब्रिक्स संगठन में कुल 5 देश शामिल हैं। इसमें भारत के अलावा ब्राजील, रूस, चीन और साउथ अफ्रीका शामिल हैं। ब्रिक्स का मुख्य फोकस इस बात पर है कि इसके सदस्य देश आपसी सहयोग से विश्व राजनीति और अर्थव्यवस्था में अपनी भूमिका को मजबूत करें।

जी-20 सम्मेलन में शामिल होने भारत आएंगे बाइडेन

नई दिल्ली। भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित होने वाले जी20 शिखर वार्ता के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का शेड्यूल जारी हो गया है। अमेरिकी प्रशासन के मुताबिक, बाइडेन 7 से 10 सितंबर तक भारत की यात्रा पर रहेंगे और जी20 सम्मेलन में शामिल होंगे। वहीं, जी20 शिखर वार्ता के चलते दिल्ली में 8 से 10 सितंबर तक स्कूलों और सरकारी कार्यालयों की छुट्टी रहेगी।

कई मुद्दों पर होगी चर्चा

बाइडेन जी20 देशों के साथ जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ ऊर्जा समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाना, वैश्विक चुनौतियों से निपटने सहित, गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने पर भी चर्चा होगी।