बेकाबू होते अन्याक्रान्ति दस्ते के आउट सोर्स कर्मी, अफसरों पर पड़ रहे भारी

बेकाबू होते अन्याक्रान्ति दस्ते के आउट सोर्स कर्मी, अफसरों पर पड़ रहे भारी

जबलपुर। नगर निगम का अन्याक्रान्ति दस्ता कभी विभाग की शान हुआ करता था जिसके नाम शहर को व्यवस्थित करने का सेहरा था। आज ऐसा नहीं है,पहला तो यहां पर अब नगर निगम के नियमित कर्मी नहीं बचे हैं जो अनुशासन में रहते थे,दूसरा जो अब यहां पर काम कर रहे हैं उनमें से प्राय: सभी आउस सोर्सिंग एजेंसी से लगाए गए हैं जो किसी न किसी राजनीतिक एप्रोच से यहां पर काम करते हैं। आए दिन विवाद करना नशाखोरी करना इनका काम है,आलम यह है कि अब ये अफसरों तक पर भारी पड़ते हैं। हाल ही में जारी एक वीडियो से इस विभाग की छवि पर बेहद बुरा असर पड़ा है। आउट सोर्स के दो कर्मचारी एक दूसरे से भिड़ गए और एक ने दूसरे को गंभीर चोटें पहुंचा दीं।

यह पहले भी हो चुका है,कार्रवाई के नाम पर इन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है,ऐसा इसलिए क्योंकि इन्हें निकालना आसान नहीं है,हालाकि विभागीय अफसर संबंधित आउट सोर्स कंपनी को कहती है कि हमें ऐसे कर्मचारी नहीं चाहिए,कंपनी कार्रवाई करे इसके पहले अन्याक्रान्ति दस्ते माननीयों के फोन पहुंच जाते हैं कि हमारा आदमी है,कार्रवाई न करें। अन्याक्रान्ति दस्ते में वर्तमान में सैकड़ा भर आउट सोर्स कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनमें से 20 निर्वाचन कार्य में और 80 कब्जे हटाने में मैदानी कार्रवाई में साथ होते हैं। रेगुलर स्टाफ के नाम पर यहां गिनती उंगलियों के बराबर भी नहीं है।

विवाद करने वाले कर्मचारियों की कंपनी को इन्हें हटाने के लिए कहते हैं और यह भी व्यवस्था की है कि सभी का पुलिस वैरीफिकेशन करके दें। इनसे अंडरटेंकिंग भी लिखित में लेते हैं। -सागर बोरकर, प्रभारी अन्याक्रान्ति दस्ता