‘एक करोड़ लोगों से भरवाया जाएगा अंगदान का संकल्प पत्र’
इंदौर। इंदौर में अब तक 51 ग्रीन कॉरिडॉर बन चुके हैं। इंदौर को ऑर्गन डोनेशन में भी नंबर 1 बनाना है। प्रधानमंत्री ने देश का आह्वान किया है कि इस बार लगभग 1 करोड़ लोगों से अंगदान को लेकर संकल्प पत्र भरवाया जाए, इसके लिए जनजागरण अभियान भी चलाएंगे।
ये बात मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी ने अपोलो हॉस्पिटल में कही। हॉस्पिटल ने वर्ल्ड ऑर्गन डोनेशन डे पर डोनर को सम्मानित कर स्मृति की एक यूनिक वॉल का अनावरण किया। अपोलो हॉस्पिटल इंदौर के डायरेक्टर और सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अशोक वाजपेयी ने कहा वर्तमान में किडनी ट्रांसप्लांट को कवर करने वाला एक बहुत ही एक्टिव ट्रांसप्लांट प्रोग्राम चलाता है, जिसे कुछ दिनों में शहर में दूसरे अस्पताल के साथ लिवर और हार्ट ट्रांसप्लांट तक विस्तारित किया जाएगा।
हॉस्पिटल्स के सीनियर कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजिस्ट और किडनी ट्रांसप्लांट प्रोग्राम डॉ. जय कृपलानी ने ब्रेन डेथ के बाद अंगदान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ऑर्गन डोनेशन के ज्यादातर मामलों में प्राइमरी सोर्स में से एक बना हुआ है। इंदौर शहर को अंगों की पूर्ति हेतु प्रतिवर्ष 215 कैडवर ऑर्गन डोनेशन होने की आवश्यकता है। डोनरों ने समाज को दिया संदेश किडनी देकर बनें मिसाल- राजगढ़ ब्यावरा से 54 वर्षीय जयरानी शाक्यवार ने बताया कि 10 माह पहले अपने छोटे भाई की किडनी फेल होने बाद उन्होंने अपनी किडनी दी। पहली बार गांव से किडनी दी है, जिसकी हर कोई मिसाल दे रहा है।
13 साल की बेटी को दी पिता ने किडनी
इंदौर निवासी नवीन जैन ने अपनी 13 वर्षीय बेटी को किडनी देकर नया जीवन दिया है। बचपन से ही दोनों किडनी सिकुड़ी हुई थी, जिसके चलते अक्सर बीमार रहती है। यह बात आठ साल बाद पता चली जिसके कारण उसका वजन केवल 19 किलो था। 16 माह पूर्व ही किडनी दी थी। आज वजन के साथ उसकी तीन इंच हाईट भी बढ़ी है।