सहकारिता में दस दिन में भर्ती का फरमान, उधर बैंक खड़े कर रहे हाथ
भोपाल। सहकारिता विभाग में समिति प्रबंधकों की भर्ती को लेकर ऊहापोह की स्थिति बन गई है। हाल ही में नया फरमान जारी हुआ है कि 60 प्रतिशत खाली पदों की पूर्ति प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं के पात्र कर्मचारियों में से दस दिन में की जाए। इस मामले खास बात ये है कि विभिन्न जिला बैंकों के अंतर्गत आईबीपीएस के माध्यम से की गई भर्तियों में चयनित समिति प्रबंधकों को वित्तीय संकट होने की दुहाई देते हुए जिला सहकारी बैंक लेने से इनकार कर रहे हैं।
प्रदेश के 38 जिला केंद्रीय एवं सहकारी बैंक के अंतर्गत 4,525 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियां सक्रिय हैं। इनसे 50 लाख से अधिक किसान जुड़े हैं। प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं में नियमित समिति प्रबंधकों की अत्यंत है इसलिए पिछले दो साल से अधिक समय से भर्ती चल रही है लेकिन, भ्रष्टाचार मामले से सूचियां अटक रही हैं। छतरपुर जिले की एक सूची लोकायुक्त पहुंच गई है।
विभागीय तौर पर हो रही 60 प्रतिशत पदों पर भर्ती
प्रदेश में आचार संहिता खत्म होते ही अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक पीएस तिवारी ने सभी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को 12 दिसंबर को निर्देश जारी किए हैं। एमडी ने भर्ती के लिए दस दिन का समय दिया है। कहा गया है कि 60 प्रतिशत रिक्तियों की पूर्ति प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं के पात्र कर्मचारियों में से किया जाना है। वर्तमान में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता प्रभावशील नहीं है। इसलिए रिक्तियों की पूर्ति के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए प्रतिवेदन दें।
मंत्री का इंतजार नहीं क्योंकि एमडी का रिटायरमेंट 30 को
इस भर्ती को लेकर विभागीय महकमे में चर्चा है कि दस दिन में भर्ती कार्रवाई पूरी कराने का दबाव इसलिए है कि एमडी का रिटायरमेंट 30 दिसंबर को है। इसके पहले वे भर्ती कराने का श्रेय लेना चाहते हैं। इस जल्दबाजी में विभाग के मंत्री तय होने का भी इंतजार नहीं किया जा रहा।
4 हजार पदों पर होनी हैं भर्तियां
जानकारी के अनुसार साढ़े चार हजार समितियों में आईबीपीएस के माध्यम से 40 प्रतिशत के मान से करीब 1,300 और विभागीय तौर पर 60 प्रतिशत पदों पर भर्ती प्रक्रिया में 2,800 पद भरे जाने हैं।
ग्वालियर बैंक ने कहा-हम 222 करोड़ के घाटे में हैं
इधर, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ग्वालियर ने आईबीपीएस के माध्यम से कई भर्ती को लेकर कहा है कि-बैंक कमजोर बैंक की श्रेणी में है। बैंक आरबीआई एक्ट का पालन भी नहीं कर पा रहा। बैंक नेटवर्थ 1,9183.65 लाख है। बैंक की वर्तमान संचित हानि 222.49 करोड़ है। एनपीए 384.63 करोड़ है।
मैने भर्ती के सभी प्रयास किए
बैंकों में समिति प्रबंधकों की भर्ती के लिए पूरे प्रयास किए। मामला कोर्ट तक गया। मेरा रिटायरमेंट इसी माह है। इसलिए मेरे रहते भर्ती प्रकिया पूरी कराने के प्रयास हैं। जब तक प्रक्रिया पूरी होगी, तबतक विभाग के मंत्री भी बन जाएंगे। सभी जिलों में भर्ती चल रही है। जिन बैंकों ने घाटे की बात कहते हुए समिति प्रबंधकों को लेने से इनकार किया है, उनके पद अन्य बैंकों को चले जाएंगे। -पीएस तिवारी, प्रबंध संचालक, अपेक्स बैंक