संसद की सुरक्षा में चूक पर विपक्ष का हंगामा, 14 सांसद निलंबित
नई दिल्ली। लोस में विपक्षी सदस्यों ने संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर सरकार से जवाब की मांग करते हुए भारी हंगामा किया। इससे सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगित की गई। हंगामे और अवमानना के लिए विपक्ष के 14 सदस्यों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित भी कर दिया गया। इनमें कांग्रेस के 8, डीएमके के 2, माकपा के 2 और भाकपा के दो सांसद हैं। वहीं, डीएमके के एसआर प्रतिबन संसद में मौजूद ही नहीं थे, उन्हें भी निलंबित कर दिया गया, बाद उनका निलंबन वापस लिया गया। गौरतलब है कि बुधवार को मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के पास पर मनोरंजन डी और सागर शर्मा को संसद में एंट्री मिली थी। उन्होंने दर्शक दीर्धा से कूदकर संसद में दहशत फैला दी थी।
विशेषाधिकार समिति को भेजा डेरेक का मामला
तीन बार के स्थगन के बाद शाम चार बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो सभापति ने डेरेक ओब्रायन को बाहर जाने को कहा। उन्होंन कहा कि ओब्रायन का सदन में बने रहना गंभीर उल्लंघन है और यह जानबूझकर आदेश की अवहेलना है। इस मुद्दे को राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति के पास भेजा गया।
सुरक्षा चूक केस में दिल्ली पुलिस के 8 कर्मी निलंबित
संसद की सुरक्षा में चूक की घटना के सिलसिले में दिल्ली पुलिस के आठ कर्मियों को निलंबित किया गया है। निलंबित किए गए पुलिसकर्मी संसद भवन की सुरक्षा के लिए प्रतिनियुक्ति पर थे। उनका काम आगंतुकों तथा मीडियाकर्मियों की जांच करना था।
अदालत ने आरोपियों को सात दिन हिरासत में भेजा
दिल्ली की एक अदालत ने नए संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने के चार आरोपियों को गुरुवार को सात दिन के लिए दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने आरोपियों- मनोरंजन डी, सागर शर्मा, अमोल शिंदे और नीलम देवी को एनआईए मामलों की विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया था। अदालत ने उन्हें 7 दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा है। वहीं संसद में घुसने के मामले के मास्टर माइंड ललित झा को पुलिस ने देर रात गिरμतार कर लिया है।