बनने से पहले डगमगाने लगा विपक्षी महागठबंधन
नई दिल्ली। पटना में विपक्षी दलों की शुक्रवार को महाबैठक हुई। 2024 में मोदी के विजयरथ को रोकने के लिए महागठबंधन पर 15 से ज्यादा दलों की रणनीति बनी, लेकिन अभी किसी ठोस फैसले से पहले ही अगले साल की तैयारी की नींव डगमगाने लगी है। केंद्र के अध्यादेश को लेकर कांग्रेस और केजरीवाल में ठनती जा रही है तो बंगाल में भी ममता और कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा है। बैठक में जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने आम आदमी पार्टी द्वारा धारा 370 हटाने पर बीजेपी का समर्थन करने का मामला उठाया तो अब आरजेडी ने केजरीवाल को लेकर एक भड़काने वाला बयान जारी कर पसोपेश और बढ़ा दी है। इसके बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या पटना वाली बैठक विपक्ष के लिए सिर्फ एक ट्रायल था या फिर वाकई में सभी बाधाओं को पारकर विरोधी मोदी को 2024 चुनाव में रोक पाएंगे. आम आदमी पार्टी अध्यादेश को लेकर विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात कर चुकी है. अरविंद केजरीवाल को विपक्ष के कई दलों ने अध्यादेश का विरोध करने का भरोसा दिया है. लेकिन कांग्रेस ने अध्यादेश के विरोध से साफ इनकार कर दिया. ऐसे में कल बैठक में भी इस मुद्दे पर गहमागहमी हुई. बैठक में केजरीवाल समेत आप के कई नेता शामिल हुए लेकिन बैठक के बाद प्रेस कॉफेंस से नदारद हो गए. हालांकि तेजस्वी यादव इस तरह की किसी अनबन से इनकार कर रहे हैं.
चाय पर सुलझा सकते हैं मुद्दा : केजरीवाल
केंद्र के दिल्ली अध्यादेश पर कांग्रेस के रुख पर संशय के बीच, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बिहार की राजधानी पटना में विपक्ष की बैठक में राहुल गांधी से मतभेदों को भूलकर एक साथ आगे बढ़ने को कहा। केजरीवाल ने (अध्यादेश मामले पर) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से बात की और कहा कि अगर कोई मुद्दा है, तो वे इसे चाय पर सुलझा सकते हैं।
उद्धव भूल गए कि वे किसके पास जाकर बैठ रहे : भाजपा
भाजपा ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर बाला साहेब ठाकरे का अपमान करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि भाजपा को हराने के लिए उद्धव ये भूल गए कि वे किसके पास जाकर बैठ रहे हैं। भाजपा ने लालू प्रसाद यादव पर बाला साहेब ठाकरे का बयान वाला एक पुराना वीडियो साझा करते हुए उद्धव पर बाला साहेब का अपमान करने का आरोप लगाया। भाजपा नेत्री चित्रा वाघ ने बालासाहेब ठाकरे का वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने लालू प्रसाद को लालू के मुंह में चारा भरा है कहा था। वहीं देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक का मकसद परिवार बचाओ है।