सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने ऑपरेशन कावेरी शुरू
नई दिल्ली। सूडान में छिड़े गृहयुद्ध के बीच सूडान सेना दूसरे देश के नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए तैयार हो गई है, जिसके बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी के जरिए वहां फंसे भारतीयों को बाहर निकालने का जिम्मा उठाया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि सूडान में फंसे हमारे नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन कावेरी चल रहा है। उन्होंने कहा, हमारे जहाज और विमान उन्हें वापस घर लाने के लिए तैयार हैं। लगभग 500 भारतीय पोर्ट सूडान पहुंच गए हैं जबकि अन्य रास्ते में हैं। बता दें लगभग 3,000 भारतीय सूडान में फंसे हुए है। इधर भारत स्थित फ्रांस के दूतावास ने सोमवार को बताया कि उसने सूडान से निकासी अभियान के तहत भारतीय नागरिकों सहित 28 देशों के 388 लोगों को बाहर निकाला है। दूतावास ने रेस्क्यू किए लोगों की तस्वीर भी ट्वीट की है। इससे पहले सऊदी अरब ने भारत के 5 नागरिकों सहित 12 देशों के 66 लोगों को सूडान से निकाला था। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने बताया था कि जेद्दाह में पहले ही इंडियन एयर फोर्स के दो विमान और सूडान के पोर्ट पर आईएनएस सुमेधा की तैनाती कर दी गई है।
पीएम मोदी ने हाईलेवल बैठक में दिए थे भारतीयों को सूडान से सुरक्षित वापस लाने के निर्देश
पिछले शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित हुई एक हाई लेवल मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान से भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की आकस्मिक योजनाओं की तैयारी के लिए निर्देश दिए थे। बता दें, सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच 15 अप्रैल को हुई हिंसक झड़पें बेरोकटोक जारी हैं। सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हिंसा में कम से कम 424 लोगों की मौत हुई है और करीब 3,730 लोग घायल हुए हैं।