इंसानों के लिए घातक है ओपनएआई का नया प्रोजेक्ट क्यू स्टार
सीईओ सैम ऑल्टमैन की कंपनी में वापसी के बाद फिर विवादों में आया आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस टूल का इस्तेमाल
नई दिल्ली। ओपन एआई का नाम दुनिया ने पहली बार उस समय जाना जब पिछले साल इसने चैटजीपीटी को लॉन्च किया और अब ओपनएआई एक बार फिर से लोगों की जुबान पर है। इस बार कारण कंपनी की उपलब्धि की चर्चा नहीं, बल्कि अपने सीईओ सैम ऑल्टमैन को निकाले जाने और फिर उनकी वापसी को लेकर है। सैम की वापसी के साथ ही एक और खबर आई है जिसने दुनिया को सोचने की मजबूर कर दिया है कि क्या वास्तव में ओपनएआई में ऐसा कुछ चल रहा है। ओपनएआई का नया प्रोजेक्ट लॉन्च होने से पहले ही विवादों में आ गया है। ओपन एआई के नए प्रोजेक्ट का नाम क्यू स्टार है जो कि एक नया एआई डिस्कवरी है। इस प्रोजेक्ट पर लंबे समय से काम चल रहा है, लेकिन इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। हाल ही में सैम ऑल्टमैन को कंपनी से निकाले जाने के बाद समाजार एजेंसी रॉयटर के हाथ एक ई-मेल लगा जिससे इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी मिली है।
मानवता के लिए ‘टर्मिनेटर’ जैसा खतरनाक
फिलहाल क्यू स्टार प्रोजेक्ट के बारे में बहुत ही कम जानकारी उपलब्ध है। मौजूद जानकारी के मुताबिक यह आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस टूल है। इसके बारे में सैम ऑल्टमैन ने इस साल की शुरूआत में कहा था कि एजीआई इंसानों से अधिक स्मार्ट होते हैं। उस दौरान सैम ने इसकी खामियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी, लेकिन एजीआई को मानवता और इंसानों के लिए बहुत ही खतरनाक बताया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रोजेक्ट क्यू स्टार मानवता के लिए ठीक उसी तरीके का खतरा हो सकता है जैसा हमने टर्मिनेटर फिल्मों में देखा है। नए टूल ने गणित के प्रश्नों को बहुत ही सटीक और फास्ट सॉल्व किया है। जेनरेटिव एआई गणितीय मॉडल पर निर्भर करता है और मोटे तौर पर मशीन लर्निंग का एक सबसेट है। फिलहाल जेनरेटिव एआई का सबसे ज्यादा इस्तेमाल लिखने में हो रहा है। चाहे वह ई-मेल हो या जीमेल, हर जगह इसका इस्तेमाल हो रहा है। जेनरेटिव एआई आपके द्वारा लिखे गए शब्दों के आधार पर अगले शब्दों के बारे में सुझाव देता है।