एक की लोहे के रॉड में फंसकर कटी गर्दन, एक मजदूर मलबे में दबा मिला

एक की लोहे के रॉड में फंसकर कटी गर्दन, एक मजदूर मलबे में दबा मिला

जबलपुर। मदनमहल थाने के पास चौराहे में नाला निर्माण कार्य के दौरान हादसे होते ही कोहराम मच गया। हादसे में 7 मजदूर दब गए, जिसके बाद आसपास फ्लाईओवर का निर्माण कार्य कर रहे अन्य मजदूर भागते हुए वहां पहुंचे और घायलों को बाहर निकालने का प्रयास करने लगे। मौके पर राहगीरों का हुजूम लग गया। जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया, पुलिस ने भीड़ को हटाते हुए वहां पर बचाव कार्य शुरू किया।

एक की गर्दन कटकर लटकी, दो आधे मलबे में फंसे मिले

हादसे की सूचना मिलते ही पास ही काम कर फ्लाईओवर का काम कर रहे अमित सिंह अपने मजदूर साथियों के साथ मौके पर पहुंचा और उसने मलबे में दबे दमोह जबेरा चैपरा निवासी देवेन्द्र वंशकार, जबलपुर निवासी बेड़ीलाल गोंड, झारखंड निवासी राजू भूमिया, कटनी निवासी धनीराम कोल, झारखंड निवासी सतेन्द्र भूमिया, पन्ना निवासी सुखलाल और गनेरी लाल को बाहर निकालना शुरू किया। हादसे के वक्त देवेन्द्र वंशकार लोहे की रॉड का काम कर रहा था, उसके पीछे से मलबा सिर में गिरा, जिससे उसकी गर्दन लोहे की रॉड में लगी और उसकी गर्दन कट गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा अन्य 5 मजदूर मलबे में आधे फंसे मिले।

एक और मजदूर के मलबे के अंदर होने की सूचना

पांचो मजदूरों को निकालने के बाद जब सभी को अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी एक घायल मजदूर ने अमित को बताया कि उसका एक अन्य साथी मलबे में दबा हुआ है, लेकिन वह उपर से दिख नहीं रहा था, अमित उसकी बात सुनते ही फिर से गड्डे में कूदा और अपने हाथ से ही मिट्टी हटाना शुरू कर दिया, जिसके बाद अन्य मजदूरों ने भी उसका साथ दिया। कुछ ही देर में देखा कि एक अन्य मजदूर अंदर फंसा हुआ है, जिसकी सांसे चल रही थी, उसे तत्काल बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया। सांसद पहुंचे: दुर्घटना की सूचना मिलने पर सांसद राकेश सिंह अस्पताल पहुंचे और घायलों से मुलाकात की।

इंजीनियर और अन्य अधिकारी जबाव देने से बचते रहे

मौके पर इंजीनियर और अन्य अधिकारी भी सूचना मिलते ही पहुंचे, जब उनसे बातचीत की गई, तो वह कोई भी जबाव देने से बचते रहे और फिर नजर बचाकर मौके से निकल गए। बताया जा रहा है कि फ्लाईओवर निर्माण का कार्य एनसीसी कंपनी करा रही है। यह कार्य चार साल से चल रहा है।