मध्यप्रदेश में अगले साल फिर एक लाख सरकारी नौकरियां निकलेंगी: मुख्यमंत्री

मध्यप्रदेश में अगले साल फिर एक लाख सरकारी नौकरियां निकलेंगी: मुख्यमंत्री

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में एक बार फिर सरकारी नौकरी के लिए भर्तियां करने का ऐलान किया है। उन्होंने शुक्रवार को उज्जैन में आयोजित राज्य स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम में 554 करोड़ के 9 विकासकार्यों का शिलान्यास करते हुए ऐलान किया कि प्रदेश में अगले साल फिर 1 लाख सरकारी नौकरियां निकलेंगी। सीएम ने एक और कार्यक्रम में महाकाल के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से उज्जैन आने वाले भक्तों के लिए महाकालेश्वर मंदिर में दो हजार कमरों के भक्त निवास का भूमि पूजन किया।

भक्त निवास की लागत 500 करोड़ रुपए है। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 17 करोड़ रुपए से बनने वाले फेसिलिटी सेंटर का भी भूमिपूजन किया। इस अवसर पर 31.49 करोड़ रुपए से बने संभागीय आईटीआई भवन तथा 4 करोड़ रुपए से निर्मित महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के कार्यालय भवन, 11.09 करोड़ रुपए से निर्मित मेघदूत पार्किंग और 600 करोड़ रुपए की राशि से प्रदेशभर में बनाए जाने वाले 17 एमएसएमई क्लस्टर का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। बता दें कि प्रदेश में अभी तक 60 हजार से अधिक भर्तियां हो चुकी है।

जनता के जीवन में सुख और समृद्धि लाना ही मुख्य उद्देश्य: मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के जीवन में सुख और समृद्धि लाना उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य है। जब 15 दिन पहले पानी के अभाव में फसलें सूख रही थीं, तब बाबा महाकालेश्वर की कृपा से प्रदेश में भरपूर वर्षा हुई। यदि बाबा की कृपा नहीं होती, तो समूचे प्रदेश में हाहाकार मच जाता। मैं शीघ्र ही उज्जैन में मेडिकल कॉलेज के भूमिपूजन एवं महाकाल मंदिर में निर्मित अन्नक्षेत्र के लोकार्पण कार्यक्रम में आऊंगा।

प्रदेश में 552 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना होगी: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 552 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना होगी। इसमें 1,937 करोड़ का निवेश किया जायेगा। इससे लगभग 28,300 युवाओं को रोजगार मिलेगा। राज्य स्तर पर 1,708 इकाइयों का निर्माण 932 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। इसमें लगभग 16,375 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने राज्य स्तर पर 305 इकाइयों का भूमिपूजन किया है। इससे लगभग 6,310 लोगों को रोजगार मिलेगा। 300 करोड़ रुपए की लागत से उज्जैन में युनिटी मॉल बनाया जायेगा, जहां विभिन्न प्रदेशों की पूर्णत स्वदेशी वस्तुएं विक्रय के लिए रखी जाएंगी।