161 बसाहटों में 43 हजार से अधिक सहरिया परिवारों के बीच जाएंगे अधिकारी: कलेक्टर

161 बसाहटों में 43 हजार से अधिक सहरिया परिवारों के बीच जाएंगे अधिकारी: कलेक्टर

ग्वालियर। एक हफ्ते तक सहरिया जन जाति परिवारों के सर्वे और उन्हें लाभान्वित कराने के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। सभी संबंधित विभागों के जिला, विकासखंड एवं ग्राम स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी प्रात:काल से ही सर्वे में जुट जाएं। इस काम में जरा भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। मालूम हो कि जिले की 161 बसाहटों में 43 हजार से अधिक सहरिया परिवार रहते हैं। प्रशासन की निगाह इन परिवारों तक सरकार की सुविधाओं को मुहैया कराने का तक है। इस आशय के निर्देश कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने अंतरविभागीय समन्वय बैठक में पीएम जन-मन अभियान (प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान) की समीक्षा के दौरान दिए। उन्होंने कहा वे स्वयं और जिला पंचायत सीईओ व एडीएम सहित समस्त वरिष्ठ अधिकारी भी प्रात: 9.30 बजे से सर्वे का जायजा लेने के लिए गांव-गांव पहुंचेंगे।

सोमवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरूण कुमार व टी एन सिंह सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी एवं जिले के एसडीएम मौजूद थे। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में स्थित सभी 161 सहरिया जनजाति बहुल बसाहटों में घर- घर पहुंचकर अधिकारी-कर्मचारी सर्वे करें। सर्वे के जरिए यह पता लगाएँ कि किस सहरिया व्यक्ति को किस योजना का लाभ नहीं मिला है। यह जानकारी निर्धारित प्रपत्र में संकलित करें। साथ ही शेष सहरिया लोगों के आधारकार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र बनवाने का काम सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए।

उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पीएम जन-मन अभियान के तहत देशभर के जनजाति भाइयों से वर्चुअल संवाद करेंगे। इसलिए इस कार्य को पूरी गंभीरता से अंजाम दें। जिला पंचायत के सीईओ विवेक कुमार ने पीएम जन-मन अभियान की जानकारी संकलित करने के लिये जिला स्तर से तैयार कराए गए प्रपत्रों के बारे में जानकारी दी। साथ ही कहा कि सभी सहरिया बहुल बस्तियों में इस आशय की जानकारी अवश्य दें कि फलां तिथि को आपकी बस्ती में आधारकार्ड व आयुष्मान कार्ड बनाने का काम होगा।