मप्र हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर हुई 36 अब भी 17 पद खाली

मप्र हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर हुई 36 अब भी 17 पद खाली

जबलपुर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट को सात नए जज मिल गए हैं। इन सभी के शपथ लेने के बाद प्रदेश के उच्च न्यायालय में जजों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है। वर्तमान में जजों के कुल 53 स्वीकृत पद हैं, इनमें से 16 पद अभी भी खाली है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि मलिमठ ने नवनियुक्त 7 जजों को शपथ दिलवाई।शपथ ग्रहण समारोह हाईकोर्ट के साउथ ब्लॉक सभागार में हुआ। इस दौरान शपथ लेने वाले न्यायाधीशों के परिवार के लोग भी मौजूद रहे। जानकारी के अनुसार मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाले हाईकोर्ट कॉलेजियम ने सात नाम सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम को भेजे थे। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने नामों पर विचार करने के बाद 13 अप्रैल को मंजूरी देते हुए इन्हें हाईकोर्ट जज बनाने की अनुशंसा की थी। राष्ट्रपति की मुहर के बाद विधि एवं कानून मंत्रालय ने गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी थी।

छह जजों का इसी साल रिटायरमेंट

भले ही आज 7 जजों की नियुक्ति हाईकोर्ट में हुई हो, लेकिन मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जजों की संख्या इतनी नहीं बनी रहेगी, क्योंकि इसी साल 6 जजों का रिटायरमेंट भी होना है। जानकारी के अनुसार हाल ही में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जस्टिस वीरेंद्र सिंह 14 अप्रैल को रिटायर हो गए हैं, जबकि जस्टिस अंजलि पालो 18 मई, जस्टिस अरुण शर्मा 28 जुलाई, जस्टिस नंदिता दुबे 16 सितंबर, जस्टिस राजेंद्र वर्मा 30 जून, जस्टिस दीपक अग्रवाल 20 सितंबर और सत्येंद्र सिंह 23 अक्टूबर को रिटायर हो होंगे।