अब सिंगरौली की बैगा जनजाति भी अति पिछड़ी जनजाति में होगी शामिल : सीएम

अब सिंगरौली की बैगा जनजाति भी अति पिछड़ी जनजाति में होगी शामिल : सीएम

सिंगरौली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को सिंगरौली जिले के सरई में विकास पर्व के दौरान तेंदूपत्ता संग्राहकों को मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्राहक बहनों को अपने हाथों से चप्पलें पहनाई। योजना में साड़ी, पानी की कुप्पी भी दी जाती है। साथ ही छाते के लिए 200 रुपए खाते में डालने का वादा किया। विकास पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने जिले की बैगा जनजाति को अति पिछड़ी जनजाति में शामिल करने की घोषणा की। सीएम ने 693 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमि-पूजन किया।

मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएं भी कीं

♦ शासकीय महाविद्यालय परका और सरई में विज्ञान एवं कॉमर्स की कक्षाएं प्रारंभ होंगी।

♦ निवास में उप तहसील कार्यालय खोला जाएगा और कॉलेज का निर्माण किया जाएगा।

♦ ग्राम माड़ा रजमिलान, खुटार और सरई में सीएम राइज स्कूल खोले जाएंगे।

फेक्ट:

बता दें कि मप्र में तीन अति पिछड़ी जनजातियां हैं, जिनमें बैगा, भारिया और सहरिया शामिल हैं।

बैगा- मंडला शहडोल और बालाघाट में,

भारिया- पातालकोट और छिंदवाड़ा में तथा सहरिया: ग्वालियर संभाग में हैं।