अब होम्योपैथी दवाओं से होगा बीमार पशुओं का कारगर उपचार
जबलपुर। इंसानों में बीमारियों के उपचार के लिए कारगर होम्योपैथी की दवाओं से जल्द ही अब बीमार पशुओं का भी उपचार किया जाएगा। पशुओं में रोगों के इलाज के लिए सस्ता, सुलभ और आसान तरीके से दवाओं के सेवन को देखते हुए इस संभवत: देश में यह पहला नवाचार है। राज्य की एक मात्र वेटरनरी यूनिवर्सिटी नानाजी देशमुख वेटरनरी साइंस के कुलपति प्रो. डॉ. एसपी तिवारी की पहल को मूर्तरूप देने के लिए विवि प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है।
नेशनल कांफ्रेंस की तैयारी : वीयू कुलपति प्रो. एसपी तिवारी ने बताया पशुओं के रोगों के उपचार में होम्योपैथी दवाओं के उपयोग व वेटरनरी छात्रों को होम्योपैथिक फार्मेसी के बारे में जानकारी को लेकर हम राष्ट्रीय स्तर की कांफ्रेस करने जा रहे हैं। इसमें देश-प्रदेश के प्रख्यात होम्योपैथी विशेषज्ञों के साथ इस पर गहन चर्चा की जाएगी। इस संबंध में साइंटिफिक एडवाइजरी बोर्ड केंद्रीय अनुसंधान परिषद आयुष मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सदस्य डॉ. एके द्विवेदी से चर्चा हुई है।
पशुओं के इन रोगों का होगा उपचार
उन्होंने बताया वेटरनरी डॉक्टर्स द्वारा बीमार पशुओं के केस अभी उनके पास रेफर होकर आते हैं। दुधारू पशुओं में होने वाले प्रमुख रोग जैसे गलाघोंटू, लंगड़ा बुखार (ब्लैक कवाटर), बाह्म व अंत: परजीवी, मिल्क फीवर, थैनला, मुंहपका-खुरपका संक्रामक रोग के उपचार को लेकर दवाएं हैं। वीयू कुलपति के इस नवाचार से न सिर्फ पशु पालकों को एलोपैथी का विकल्प मिलेगा बल्कि होम्योपैथी की दवाओं को खिलाना सबसे आसान है। साथ ही वेटरनरी के छात्रों होम्योपैथिक फार्मेसी के बारे में भी जान सकेंगे।