मेडिकल छात्रों के नामांकन के लिए जिम्मेदार होंगे अब डीन, प्रिंसिपल
जबलपुर। मेडिकल छात्रों के नामांकन कराने की जिम्मेदारी अब कॉलेज के डीन और प्रिंसिपल की होगी। इसके लिए मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विवि (एमयू) ने सभी नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। नई व्यवस्था के साथ ऐसे कॉलेज संचालकों पर विवि ने नकेल कसने का काम किया है जो अपनी गलती को छुपाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते रहे हैं।
दरअसल लंबे समय से विवि प्रशासन के सामने छात्र अपने नामांकन की समस्या को लेकर शिकायत दर्ज करा रहे थे। इसे देखते हुए विवि के कुलपति प्रो. अशोक खंडेलवाल ने एनरोलमेंट की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। इस नई व्यवस्था के तहत कॉलेज के डीन/प्रिंसिपल को छात्रों के सभी आवश्यक दस्तावेजों को स्केन कराने के बाद विवि के पोर्टल पर अपलोड करने होंगे।
देना होगा विवि को डिक्लेरेशन
विवि प्रशासन की नई व्यवस्था के मुताबिक एनरोलमेंट के लिए छात्रों की जानकारी अपलोड करने के साथ विवि को कॉलेज के डीन/प्रिंसिपल यह डिक्लेरेशन देंगे कि उन्होंने अपने संस्थान के सभी छात्रों के दस्तावेज वेरीफाई कर लिए है और कोई भी छात्र नामांकन प्रक्रिया से वंचित नहीं है।
जब मांगेंगे तब दिखाना होगा ओरिजनल डाक्यूमेंट
विवि के रजिस्ट्रार डॉ. पुष्पराज सिंह बघेल ने बताया कि कुलपति के निर्देशन में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसमें पोर्टल पर छात्र की जानकारी दर्ज करने के बाद जब किसी छात्र के ओरिजनल दस्तावेज मांगे जाएंगे तब प्राचार्य/डीन को उसे विवि को दिखाना होगा। छात्र के ओरिजनल डाक्यूमेंट कॉलेज के पास ही जमा होंगे विवि के पोर्टल पर स्केन की गई कॉपी भेजना होगा।
नामांकन प्रक्रिया से वंचित रह जाने की समस्या समीक्षा के दौरान सामने आई थी। इसलिए विवि प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि एनरोलमेंट की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन कर दी जाए। यह छात्रों के हित में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। -डॉ. अशोक खंडेलवाल, कुलपति एमयू