अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लाए, क्योंकि पीएम का मौनव्रत तोड़ा जा सके : गोगोई

अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लाए, क्योंकि पीएम का मौनव्रत तोड़ा जा सके : गोगोई

नई दिल्ल।लोकसभा में मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर तीखी नोकझोंक सामने आई। विपक्ष की ओर से कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने मणिपुर में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया और ‘डबल इंजन’ सरकार पर पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, ताकि इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘मौनव्रत’ तोड़ा जा सके। गोगोई ने कहा कि हमारी मांग थी कि देश के मुखिया होने के नाते प्रधानमंत्री बयान दें और यहां सदेश दिया जाए कि दुख की घड़ी में हम मणिपुर में उनके साथ थे। पीएम ने मौन व्रत ले लिया। गोगोई ने सवाल किया कि पीएम मणिपुर क्यों नहीं गए? उन्हें मणिपुर पर बोलने में 80 दिन क्यों लगे? जब बोले तो सिर्फ 30 सेकेंड। मंत्री कह रहे हैं कि वे बोलेंगे, लेकिन पीएम के शब्दों की जो ताकत होती है, उसका मुकाबला कोई मंत्री या सांसद नहीं कर सकता।

राहुलजी, आप कभी सावरकर हो भी नहीं सकते: दुबे

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान झारखंड से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अभी मोदी मानहानि मामले में स्टे आॅर्डर दिया है, जजमेंट नहीं दिया है। वे कह रहे हैं कि माफी नहीं मांगूंगा। दूसरी बात कह रहे हैं कि मैं सावरकर नहीं हूं। निशिकांत ने कहा कि आप कभी सावरकर हो भी नहीं सकते जिंदगी में...28 साल उस आदमी ने जेल में गुजारे हैं।

विपक्ष ने सहयोगियों को परखने के लिए पेश किया प्रस्ताव: मोदी

प्रधानमंत्री  मोदी ने मंगलवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) खुद अविश्वास से भरा हुआ है, इसलिए अपने घटक दलों के विश्वास को परखने के लिए वह उनके नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने भाजपा के संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। उनके मुताबिक प्रधानमंत्री ने विपक्षी गठबंधन को ‘घमंडिया’ करार दिया और दिल्ली सेवा विधेयक पर मतदान में ‘सेमीफाइनल’ जीत के लिए पार्टी के राज्यसभा सदस्यों को बधाई दी। सूत्रों के अनुसार मोदी ने कहा कि कुछ विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में मतदान को 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले का सेमीफाइनल बताया था।

प्रस्ताव गलत समय पर और गलत तरीके से लाया गया :

रिजिजू केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पूर्वोत्तर क्षेत्र को नजरंदाज करने के लिए पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि जब दुनिया भारत की ओर उम्मीदों से देख रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक देश मजबूत राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में गलत समय और गलत तरीके से विपक्ष उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है।

राहुल को अपने ऊपर ही विश्वास नहीं :

शिवराज लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गांधी अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं, लेकिन उन्हें अपने आप पर ही विश्वास नहीं है। कांग्रेस भी जानती है कि इस अविश्वास प्रस्ताव में कोई दम नहीं है। देश का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में है। जो अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं, उनका सबसे ज्यादा अविश्वास एकदूसरे पर ही है।

रमेश का रिजिजू से सवाल:

कितने मंत्रियों ने मणिपुर का दौरा किया? रिजिजू ने कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों को हर 15 दिनों में पूर्वोत्तर का दौरा करने के लिए पीएम द्वारा निर्देश दिए जाने का दावा किया है। हां, किसी भी चुनाव से पहले मंत्रियों के दौरे के बढ़ने के बारे में हम सभी जानते हैं। लेकिन, मणिपुर हिंसा को 97 दिन हो गए हैं। ‘इंडिया’ पूछता है कि मोदी के कितने मंत्री मणिपुर गए? - जयराम रमेश, महासचिव, कांग्रेस