नो कार डे....आबोहवा में 18% सुधार
इंदौर। शहर का पर्यावरण सुरक्षित रहे... इसे लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव का नो कार-डे प्लान सराहनीय रहा। करीब 10 फीसदी कार वालों ने गाड़ियां नहीं निकालीं। कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर, एडि. पुलिस कमिश्नर, सहायक श्रम आयुक्त मेघना भट्ट, आईडीए सीईओ आरपी अहिरवार ने बकायदा कार का बायकाट किया। सहायक श्रम आयुक्त मेघना भट्ट ने नो कार-डे के तहत ऑफिस आना-जाना अपनी एक्टिवा से किया। एआरटीओ अर्चना मिश्रा के अनुसार शहर की सड़कों पर प्रतिदिन 5 लाख 40 हजार 490 फोर व्हीलर तो कुल तकरीबन 24 लाख वाहन गुजरते हैं।
इससे पर्यावरण प्रभावित होता है। यकीनन जब कम वाहन सड़कों पर उतरेंगे तो वायु गुणवत्ता में सुधार आएगा। एसोसिएशन ऑफ टैक्स प्रेक्टिशनर्स एसो. के अभय शर्मा ने बताया कि आज वह स्कूटर से गए। काफी अच्छा लगा। ऑटो डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण पटेल बताते हैं कि हमारे स्टाफ मेम्बर ने आज निजी कार का उपयोग बंद रखा।
निगम की बस में 5 हजार से अधिक पहुंचे
महापौर की नो कार-डे का असर जहां जनप्रतिनिधियों, अफसरों में नजर आया, वहीं आमजन ने भी सहभागिता की। नौकरी, व्यावसायिक स्थल पर जाने वाले लोगों ने कार को घर पर खड़ी कर निगम की बसों का सफर किया। एआईसीटीएसएल द्वारा शहर में 400 सिटी बसें चलाई जाती हैं। इन बसों में सुबह 7 से रात 8 बजे तक करीब 5 हजार से अधिक यात्री अतिरिक्त रूप से पहुंचे। आमतौर पर इन बसों में पासधारी और डेली अपडाउन करने वाले सफर करते हैं।
एक दिन के नो कार-डे से 18 फीसदी प्रदूषण सुधार
एक दिन के नो कार-डे की पहल से प्रदूषण में 18%का सुधार हुआ। पर्यावरण विभाग के दिलीप वाघेला के अनुसार शुक्रवार को मौसम खराब होने से वायु गुणवत्ता बिगड़ी रही। दो. 4 बजे की स्थिति में रीगल चौराहा की वायु गुणवत्ता में एक्यू गुरुवार को 63 थी, जो शुक्रवार को 83,(हालांकि संतोषजनक), इसी तरह पीएम 10.63 बढ़कर 10.83, तो पीएम 2.5 से 22 से 2.5- 38 इकाई माइक्रो ग्राम घन मीटर रहा।