राम नाम लेखन का नया कीर्तिमान हरिहर उपासना महापर्व का समापन

राम नाम लेखन का नया कीर्तिमान हरिहर उपासना महापर्व का समापन

इंदौर। स्वच्छता के बाद अब शहर के नाम मंगलवार को एक और कीर्तिमान जुड़ गया, जब रणजीत हनुमान मंदिर परिसर में चल रहे चार दिवसीय हरिहर उपासना महापर्व के दौरान 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने न केवल राम नाम का लेखन किया, बल्कि सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विभिन्न पारियों ने रणजीत हनुमान परिसर में बैठकर इन भक्तों ने करीब 55 करोड़ राम नाम लिखे।

विधायक रमेश मेंदोला, विश्व हिन्दू परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री नंदारू मंडलोई, विहिप के प्रांतीय सेवा प्रमुख नंदकिशोर कुमावत, भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे एवं रणजीत हनुमान मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास सहित भाजपा के प्रमुख पार्षदों, मंडल अध्यक्षों, भाजयुमो के सभी पदाधिकारियों एवं उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, धार सहित मालवांचल से आए भाजयुमो के कार्यकर्ताओं सहित अनेक हस्तियों ने भी अतिथि के रूप में इस कीर्तिमान में शामिल होकर संस्था अखंड भारत के अध्यक्ष और इस महापर्व के सूत्रधार गंगा पांडेय के इस अनुष्ठान को धर्म एवं संस्कृति के संवर्धन की दिशा में एक वंदनीय प्रयास बताया। संस्था अखंड भारत के अध्यक्ष गंगा पांडेय ने बताया कि राम नाम लेखन का यह देश में अब तक का सबसे बड़ा कीर्तिमान है, जहां एक ही छत के नीचे बैठकर हनुमानजी की साक्षी में 50 हजार से अधिक भक्तों ने राम नाम लिखा और हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ के साथ इसकी शुरुआत की।

संस्था की ओर से पिछले एक माह से शहर के पश्चिमी क्षेत्र की 40 से अधिक बस्तियों में घर-घर पहुंचकर इस अभियान के लिए भक्तों का पंजीयन किया गया था। करीब 35 हजार भक्तों ने राम नाम लिखने के लिए अपना पंजीयन कराया था और 15 हजार अन्य श्रद्धालुओं ने भी इस आयोजन में अपनी भागीदारी दर्ज कराई। पहले से दी गई 32 पृष्ठीय पुस्तिकाओं में प्रत्येक भक्त ने 11 हजार बार राम नाम लिखे। इस व्यवस्था से लाभ यह हुआ कि राम नाम लिखने वाले बुजुर्ग भक्तों को अधिक समय तक बैठना नहीं पड़ा और चार-चार हजार की पारियों में सभी भक्तों ने अंतिम पृष्ठ पर राम नाम लिखकर शहर के नाम एक और विश्व कीर्तिमान रच दिया।

किए द्वादश ज्योतिर्लिंग एवं महाकालेश्वर के दर्शन

हजारों भक्तों ने पंडाल में निर्मित द्वादश ज्योतिर्लिंग एवं भगवान महाकालेश्वर की दिव्य प्रतिकृति के दर्शन किए। महापर्व के चारों दिन इन सभी झांकियों का नित्य नूतन श्रृंगार किया गया। अनुमान है कि करीब 30 हजार भक्तों ने द्वादश ज्योतिर्लिंग एवं महाकालेश्वर के दर्शन किए।

55 करोड़ राम नाम का गणित

राम नाम लेखन के कीर्तिमान में 55 करोड़ राम नाम लिखे गए हैं। प्रत्येक पुस्तिका में 11 हजार राम नाम लिखने की जगह थी। 50 हजार भक्तों 11 हजार प्रत्येक के औसत से 55 करोड़ राम नाम लिखकर अपनी-अपनी पुस्तिकाएं संस्था को सौंपी हैं। अखंड भारत के अध्यक्ष गंगा पांडेय के अनुसार अब इन राम नाम लिखी पुस्तिकाओं को अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर एवं शहर तथा आसपास बनने वाले मंदिरों के गर्भगृह में रखने के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। शाम 4 बजे से लेकर 8 बजे तक करीब आठ पारियों में 50 हजार भक्तों ने पुस्तिका के अंतिम पृष्ठ पर राम नाम लिखे। भक्तों में महिलाओं की संख्या लगभग 30 हजार रही।