पड़ोसी दुकानदार ने रची थी लूट की साजिश, अच्छी ग्राहकी से था परेशान

पड़ोसी दुकानदार ने रची थी लूट की साजिश, अच्छी ग्राहकी से था परेशान

ग्वालियर। दो हफ्ते पहले घाटीगांव के सिमरिया डांग में कपड़ा व्यापारी से हुई लूट की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस वारदात के पीछे व्यापारी का पड़ोसी कारोबारी ही षड्यंत्र करता निकला, जिसने गोहद और बिलौआ के बदमाशों को मुखबिर कर वारदात को अंजाम दिलवाया। पुलिस पूछताछ में षड्यंत्रकर्ता ने बताया कि उसकी दुकान पीड़ित कारोबारी के बगल में थी लेकिन भीकम की ग्राहकी अच्छी थी जिस कारण घाटा होने पर आरोपी उसे नुकसान पहुंचाना चाहता था। पुलिस ने इस वारदात में षड्यंत्रकारी के साथ वारदात को अंजाम देने वाले सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि वारदात में शामिल तीन आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं। बता दें कि बीती 29 मार्च को सिमरिया कपड़ा दुकान संचालक भीकम बंजारा के साथ कुछ बदमाशों ने डांग में लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इस वारदात को ट्रेस करने में पुलिस ने 122 कैमरों को खंगाला था लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा। इसी बीच जब पुलिस ने फरियादी से पूछताछ की तो उसने बताया कि वारदात के दिन पड़ोसी दुकानदार सीताराम बंजारा किसी से फोन पर बात कर रहा था। इस क्लू के आधार पर पुलिस ने जब सीताराम की कॉल डिटेल निकलवाई तो पता चला कि उसने गोहद के प्रीतम बंजारा से एक ही दिन में तीस बार फोन पर बात की है। इसके बाद जब पुलिस ने आरोपी को राउंडअप किया तो उसने पूरी कहानी पढ़ दी। मामले की वजह का खुलासा होते ही पुलिस ने फौरन गोहद में दबिश देकर प्रीतम बंजारा को गिरफ्तार कर लिया। जिसके पास से पुलिस को वारदात में लूटे गए कपड़े और इस्तेमाल की गई कार बरामद हुई है।

एक दिन में किए तीस कॉल

कपड़ा व्यापारी को लूटने की प्लानिंग रचने वाले सीताराम ने मुखबिरी के साथ प्रीतम को एक दिन में तीस कॉल किए थे, जिसकी कॉल डिटेल निकलवाते ही पुलिस को पूरी कहानी समझ आ गई थी।

तीन आरोपी फरार

इस वारदात को अंजाम देने में पांच लोग शामिल थे जिनमें से पुलिस ने सीताराम बंजारा और प्रीतम बंजारा को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि बिलौआ थाना के रहने वाले छोटू बंजारा, रवि बंजारा और प्रीतम अब भी फरार हैं।

सरगना को थी पुरानी टशन

वारदात को अंजाम देने में सरगना रहा प्रीतम बंजारा को फरियादी भीकम से पुरानी टशन थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि भीकम ने पूर्व में उसके भाई की सगाई तुड़वाई थी जिसका बदला लेने के लिए उसने लूट की वारदात को अंजाम दिया।