एनएसयूआई का जीवाजी विवि में हंगामा, कुलपति मुर्दाबाद के नारे लगाए
ग्वालियर। जीवाजी विवि से संबद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की परीक्षा संबंधी परेशानियों दूर नहीं होने को लेकर एनएसयूआई ने जीवाजी विवि के कुलपति सचिवालय में डेढ़ घंटे तक हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों ने कुलपति के नहीं आने पर कुलपति मुर्दाबाद के नारे लगाए। सचिवालय में नारेबाजी की आवाज सुनकर सुरक्षा गार्ड ने चैनल गेट में ताला लगा दिया। प्रोक्टर डॉ. हरेंद्र शर्मा प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और प्रदर्शन का कारण पूछा, लेकिन उन्होंने यह कहकर बात करने से इंकार कर दिया कि वह कुलपति से ही बात करेंगे।
कुछ देर बाद डीआर राजीव मिश्रा और कुलसचिव आरके बघेल पहुंचे तो छात्र नेताओं ने कुलसचिव से पूछा कि हमनें छात्रों की समस्याओं को लेकर जो ज्ञापन दिए हैं, उन पर आपने क्या कार्रवाई की है, उसके बारे में बताएं। कुलसचिव कोई जवाब नहीं दे पाए। छात्र नेताओं ने कहा कि जब आप कुछ कर ही नहीं पाते हैं तो आपको बअ क्या बताएं। हम कुलपति से ही बात करेंगे। यह कहकर प्रदर्शनकारी धरने पर बैठ गए।
छात्र हैं, अपराधी नहीं, चैनल गेट क्यों बंद किया है
छात्र नेताओं ने कुलसचिव से कहा कि वह छात्र हैं, अपराधी नहीं हैं, जो चैनल गेट पर ताला लगा दिया है और पुलिस भी बुला ली है। कुलसचिव ने कहा कि गेट बंद करना अलग मेटर है, वह बात करने के लिए आए तो हैं। कुलपति के नहीं आने पर प्रदर्शन जारी रहा। कुछ देर बाद कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी पहुंचे। छात्र नेताओं ने कहा कि डीआर राजीव मिश्रा को परीक्षा नियंत्रक और वित्त नियंत्रक के चार्ज दे रखे हैं, लेकिन वह अपने केबिन में बैठते नहीं और छात्रों के फोन नहीं उठाते हैं।
कुलपति ने अपने अधिकारी का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें ऑनलाइन मीटिंग करना होती हैं, इसलिए ऐसा हो जाता है। कुलपति ने कहा कि आंचलिक केंद्र खोल दिए गए हैं, छात्रों को समस्याओं के लिए विवि आने की जरूरत नहीं है। डिग्री भी डीजी लॉकर पर अपलोड की जा रही है, इसके लिए भी छात्रों को विवि नहीं आना पड़ेगा। छात्र नेताओं ने उम्रदराज शिक्षकों को हटाने की मांग की, जिस पर कुलपति ने अप्रैल के पहले सप्ताह में हटाने का आश्वासन दिया।
छात्रों की परीक्षा संबंधी समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर विवि में प्रदर्शन किया है। कुलपति ने छात्रों की समस्याओं का समयसीमा में समाधान किए जाने को लेकर सिस्टम बनाने का आश्वासन दिया है। अंकित शिवहरे,जिला उपाध्यक्ष एनएसयूआई