नगर निगम की रिमूवल टीम करा देती है शिकायतकर्ता की शिनाख्त
इंदौर। हमसे क्या भूल हुई... यह दु:खड़ा है तीन साल से मुसीबत उठा रहे रेडीमेड कारोबारियों का, जो कम व्यापार के साथ दुकानों के बाहर खड़े हो जाने वाले फेरीवालों के कारण परेशान हैं। दिक्कत तब ज्यादा बढ़ जाती है, जब शिकायत करने पर रिमूवल टीम के लोग फुटपाथी तक जाकर उसे शिकायतकर्ता का नाम बता देते हैं। इससे व्यापारियों को आए दिन विवाद झेलना पड़ते हैं।
राजवाड़ा क्षेत्र को स्मार्ट सिटी के नाम पर संवारने का काम हुआ तब फेरी वालों को नए हॉकर जोन भी अलॉट करके दिए, लेकिन निगम रिमूव्हल टीम की शह से सड़क पर व्यापार करने वाले दुकानों के बाहर खड़े हो जाते हैं। अब यह मारपीट पर भी उतारू हो जाते हैं। हाल ही में हुई घटना में फुटपाथी व्यावसायिक प्रतिनिधि को चाकू से घायल कर भाग गए। गोपाल मंदिर हेरिटेज जाकर व्यापारी मुकेश पटवा को जान से मारने की घटना के बाद कल पुन: सराफा थाने के सामने स्थित सम्राट शॉप पर जान से मारने की धमकी देने वाले गुंडों का वर्चस्व बढ़ता ही जा रहा है। शिकायत करने पर रिमूवल टीम कर्मी खुद फुटपाथी का नाम तक बता देते हैं।
सोमवार को इंदौर रिटेल गारमेन्ट्स एसो. से संबद्ध सैकड़ों दुकानें दोपहर एक बजे तक बंद रही। एसो. के अक्षय जैन व महेश गौर ने बताया कि सुरक्षा को लेकर क्या करें, सालों से दुकानें चला रहे हैं। ऐसे में रो-रोज के विवाद से हम लोग परेशान हो चुके हैं। व्यापारियों ने पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।
असुरक्षा में व्यापार असंभव
असुरक्षा में व्यापार संभव नहीं है। ऐसे में हमें कठोर निर्णय लेना होंगे। आवश्यक हुआ तो व्यापारी सामूहिक निर्णय लेकर आंदोलन करेंगे। एसो. ने आरोप लगाया कि नगर निगम की रिमूव्हल टीम की भूमिका संदिग्ध है। वह फुटपाथियों को शिकायत करने वालों के चिन्हित कर बता रही जिसके फलस्वरूप फुटपाथ माफिया व्यक्तिगत जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं।
दिया सुरक्षा का भरोसा
पुलिस आयुक्त मकरंद देउस्कर को ज्ञापन देकर विस्तार से सभी घटनाओं के साक्ष्य दिए। पुलिस आयुक्त ने व्यापारियों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया और कहा कि वे नगर निगम आयुक्त से भी समन्वय कर व्यवस्था को चाकचौबंद करवाने का प्रयास करेंगे।
पुलिस कमिश्नर से मिल व्यापारियों ने की मांग
इसी बीच पुलिस कमिश्नर मकरंद देऊस्कर से मिलने पहुंचे व्यापारियों ने आरोपियों और क्षेत्र में फुटपाथ के बदले हफ्ता वसूली करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षय जैन और सचिव महेश गौर ने आरोप लगाया कि फुटपाथ पर दुकान लगवाने वाले इसके बदले प्रति टेबल 700 से 1000 रुपए तक वसूलते हैं।