हुकमचंद मिल की जमीन पर नगर निगम शासन के साथ मिल लाएगा नया प्रोजेक्ट
इंदौर। हुकमचंद मिल की देनदारी के निपटान और विकास योजना का प्रस्ताव निगम के परिषद सम्मेलन में सर्वानुमति से पास हो गया। यहां निगम शासन से मिलकर नया प्रोजेक्ट लाएगा। प्रस्ताव पास होने से मजदूरों के चेहरे पर खुशी लौट आई है। उन्हें अब अपनी मेहनत का पैसा मिलने की आस जागी है। 32 साल से वे हक के लिए शासन, प्रशासन और कोर्ट तक पहुंचे थे। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अपने एक साल का कार्यकाल पूरा होने के दौरान मजदूरों को उनका पैसा दिलाने के लिए आश्वस्त किया था, जो अब जाकर पूरा होने जा रहा है। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही निगम ने सोमवार को मेयर इन कौंसिल और मंगलवार को परिषद सम्मेलन का आयोजन किया था। दोनों में हुकमचंद मिल का मुद्दा ही शामिल था। यह सम्मेलन ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में हुआ था।
दिखा घमंड, लगाए कई आरोप
सम्मेलन में जहां भाजपा पार्षदों, मेयर इन कौंसिल सदस्यों के चेहरे पर जीत का घमंड नजर आया तो कांग्रेसियों ने भी कई तरह के आरोप लगाए, जिससे कई बार विवाद की स्थिति बन गई। सभापति मुन्नालाल यादव मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू कर पाए।
नारेबाजी हुई, बना हंगामे का अखाड़ा
हर बार की तरह इस बार भी सम्मेलन में दोनों पक्षों के पार्षदों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। दोपहर 12 बजे शुरू हुआ सम्मेलन पौने दो बजे तक चला। इसमें मुख्य मुद्दे पर बमुश्किल 20 मिनट ही चर्चा हो पाई, बाकी समय हंगामे में बीत गया।
वोट खरीदने की बात
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने सम्मेलन में अपनी बात रखने से पहले कहा कि भाजपाइयों ने वोट खरीदकर सरकार बनाई है, जिससे हंगामा हो गया। भाजपाइयों ने भी प्रत्युत्तर में कहा आप भी खरीद लाते, पैसे नहीं थे तो हमसे ले लेते। फौजिया अलीम शेख कहा कि आप जीत गए तो क्या, हमें अपना पक्ष नहीं रखने दोगे। इस दौरान कुछ पार्षदों ने कांग्रेस को भला-बुरा भी कहा। पार्षद रुबीना खान ने भी हुकमचंद मिल मजदूरों के लिए निगम के निर्णय का स्वागत किया।