फुटपाथियों और फेरीवालों के विरोध में उतरे आठ हजार से अधिक दुकानदार
इंदौर। राजबाड़ा से लेकर कपड़ा मार्केट के करीब 13 से ज्यादा व्यावसायिक बाजार के पदाधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि फुटपाथियों, फेरीवालों और अतिक्रमणकर्ताओं के मामले में प्रशासन जाग जाए, संगठन इसे सहन नहीं करेगा, बल्कि अब इनके खिलाफ उतरकर चरणबद्ध आंदोलन होगा। साथ ही अवैध दलाल प्रवृत्ति पर प्रतिबंधित कार्रवाई की जाए।
पश्चिम शहर के 13 व्यापारिक एसोसिएशन एक जाजम पर आए, एसो. जनप्रतिनिधियों, प्रशासन और पुलिस की बेरुखी से आहत है। वजह है व्यवसायिक घनत्व वाले बाजारों में फुटपाथ कारोबारियों ने जगह-जगह कब्जे किए हुए हैं। नगर निगम रिमूवल शिकायत करने वाले को चिन्हित कर फुटपाथियों को बताकर आपसी रंजिश को बढ़ा रही है। व्यापारी अनिल रांका ने बताया कि बर्दाश्त की सीमा पार हो चुकी है। प्रशासन द्वारा सब कुछ जानने के बाद भी कार्रवाई नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उल्लेखनीय है कि 13 व्यापारिक संगठन में 8000 से ज्यादा दुकानदार हैं, जो करोड़ों रुपए का राजस्व अदा करते हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही। उन्हें फुटपाथियों और फेरीवालों की तुलना में हेय माना जा रहा है। व्यापारिक संगठनों की मांग है कि असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर व्यावसायिक क्षेत्र से बेदखल किया जाए। सराफा के अविनाश शास्त्री व सीतलामाता बाजार के हेमा पंजवानी ने कहा कि अवैध रूप से पनप रहे दलाल समस्या बन गए हैं। पुलिस को कार्रवाी करना चाहिए। अक्षय जैन, महेश गौर, दीपक खत्री ने कहा कि क्षेत्र में हजार से ज्यादा फुटपाथी हैं। इन्हें नगर निगम प्रशासन हॉकर जोन बनाकर किसी अन्यत्र जगह बैठाए। बोहरा बाजार एसो. के खुजेमा बादशाह, राजबाड़ा एमजी रोड व्यापारी एसो. के विजेंद्रसिंह चौहान ने व्यावसायिक बाजारों में महिला पुलिस, यातायात प्रबंधन की मांग की।