16 डिग्री से अधिक, धूप में ही निकलें, सर्दी में रनिंग करें एवाइड

16 डिग्री से अधिक, धूप में ही निकलें, सर्दी में रनिंग करें एवाइड

ग्वालियर। सर्दी का सीजन वैसे सेहत के लिए अन्य मौसम में तुलना में अनुकूल माना जाता है, लेकिन बदलते समय पर बिगड़ी लाइफ स्टाइल सहित अन्य कारणों के चलते शीत लहर के बीच व्यक्ति को दिल धोखा दे रहा है। किसी को घर पर सोते-सोते ही कार्डियक अरेस्ट आ रहा है कोई जॉंिगग या फिर रनिंग के बीच हार्टअटैक का शिकार हो रहा है। कई मरीजों को अस्पताल पहुंचकर उपचार लेने तक मौका नहीं मिल रहा है अस्पतालों में ब्रॉड डेड मरीज भी पहुंच रहे हैं। जेएच कोर्डियोलॉजी सहित अन्य अस्पतालों में हर रोज इस प्रकार के मामले आ रहे हैं।

ऐसे में इस स्थिति से आपको केवल सावधानी ही बचा सकती है। शहर के प्रसिद्ध हदृय रोग विशेषज्ञ एवं जेएएच के कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉक्टर पुनीत रस्तोगी का कहना है कि हार्टअटैक से बचने के लिए जब तक 16 डिग्री से अधिक तापमान न हो तो घर से बाहर नहीं निकले इसके साथ ही रनिंग तो भूलकर भी न करें, मॉर्निंग वॉक भी धूप निकले के बाद ही करें। इसके साथ हार्ट एवं बीपी के मरीज किसी भी सूरत में हार्ट एवं ब्लड़ प्रेशर की दवा न छोड़े, हालांकि डॉक्टर रस्तोगी की माने तो गत वर्ष कोरोना कोविड के साइड इफेक्ट वाले केस आ रहे है, लेकिन इस साल अभी तक ऐसा नजर नहीं आया है।

76 पलंग पर 95 मरीज

अंचल के सबसे बड़े अस्पताल समूह की बात की जाए तो यहां पर वर्तमान में मरीजों के लिए 76 बेड हैं और मरीज 95 है जिसकी वजह से कुछ मरीजों को जमीन पर लेटकर उपचार लेना पड़ा रहा है। डॉक्टर्स से मिली जानकारी के मुताबिक हर रोज उपचार के दौरान एक से दो मरीज की मौत हो रही है तो 15 से 17 मरीज हार्टअटैक के आर रहे हैं। प्रतिदिन दो तीन मरीज ब्रॉड डेड हो रहे है कुछ तो इस विभाग में पहुंच ही नहीं पाते हैं कैजुअल्टी से डेड घोषित किए जाने के बाद परिजन घर ले जाते है। डॉक्टरों की माने तो सर्दी मौसम में खून गाढ़ा हो जाता है, इसके साथ सर्दी में हार्ट की नसें 40 से 80 फीसदी तक सिकुड़ जाती है। जिसकी वजह से 20 से 30 फीसदी केस बढ़ जाते हैं, ब्लॉकेज की समस्या अधिक हो जाती है। ऐसे में नियमित दवा का सेवन एवं सावधानी से आप अपनी जान की रखवाली कर सकते हैं।

अर्जुन की छाल, लहसुन, अश्वगंधा का करें प्रयोग

सर्दी के इस सीजन में एलोपैथी दवा के साथ आयुर्वेद से आप इस हार्टअटैक से कुछ हद तक बच सकते हैं। आप लहसुन का सेवन करें। यह खून को पतला करता है। एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर लहसुन फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से शरीर को बचाते हैं। यह रक्त चाप को नॉर्मल रखता है। शरीर में ब्लड सकुर्लेशन सही से होता है और खून भी पतला रहता है। इसके साथ ही आपने भोजन में फाइबर से भरपूर चीजों को शामिल करें। ब्रोकली (गोभी ) ब्राउन राइस, गाजर, ओट्स, सेब के साथ ही फिश ऑयल का इस्तेमाल करें, इससे भी खून गाढ़ा नहीं होता है।

पहाड़ों पर बर्फवारी, पश्चिम विक्षोभ से बारिश का अनुमान

काश्मीर में आया पश्चिम विक्षोभ 8 जनवरी तक उत्तर भारत की और चला जाएगा। इससे अंचल में हल्की और कहीं-कहीं तेज बारिश का अनुमान है। इस दौरान पहाड़ों पर बर्फवारी होगी तो अंचल में मौसम भी ठंडा होगा। मौसम विज्ञानी हुकुम सिंह का कहना है कि 12 जनवरी तक ठंड में कोई बदलाव आने वाला नहीं है। शनिवार को न्यूनतम तापमान 10.2 डिसे दर्ज किया गया है। चूंकि कोहरा कम होने एवं बादल छाने से न्यूनतम तापमान 7.9 से बढ़कर 10.2 हो गया। अधिकतम तापमान 17.7 डिसे दर्ज किया गया है। हुकुम सिंह का कहना है कि पश्चिम विक्षोभ के बाद फिर कोहरा छाने की उम्मीद है और शीत लहर भी चल सकती है।