कारोबारियों की मनी दिवाली, बाजार रहे गुलजार
ग्वालियर। पांच दिवसीय दीपोत्सव का पहला दिन बाजार की खुशियों लेकर आया,बाजार ग्राहकों से गुलजार रहा है और व्यापारियों की धनतेरस पर ही दीपावली मनी। कुछ बाजार में ग्राहकों का रेड कार्पेट बिछाकर वेलकम भी किया, शहर के प्रमुख बाजार रोशनी के साथ-साथ ग्राहकों की भीड़ से खचाखच नजर आ रहे थे और इस एक दिन के भीतर शहर के विभिन्न बाजारों में अनुमानित 70 से 75 करोड़ रुपए के कारोबार हुआ।
ऐसा कोई बाजार या फिर सेक्टर नहीं था जहां पर ग्राहकों की भीड़ नजर नहीं आ रही हो फिर चाहे शहर का हृदय स्थल कहे जाने वाले महाराज बाडा हो या फिर सराफा, टोपी बाजार सहित ग्वालियर व मुरार व हजीरा के बाजार सभी महंगाई की मार को भूलकर दिल खोलकर खरीददारी की। इसी के चलते शहर के विभिन्न बाजारों विभिन्न सेक्टर ज्वेलरी, बर्तन बाजार, इलेक्ट्रोनिक, गारमेंट्स व आटोमोबाइल सेक्टर में कारोड़ो रुपए का कारोबार हुआ। महाराज बाड़े का आलम यह था कि जैसे- जैसे दिन ढलता गया वैसे-वैसे लोगों की भीड़ बढ़ती गई है और देर रात तक शोरूम व दुकानों के साथ ही बाजार भी ग्राहकों से भरे नजर आए।
पूजन व साहलग के लिए खरीदे कपड़े: बर्तन बाजार के साथ ही जहां पर सबसे अधिक भीड़ नजर आई, वह था गारमेंट सेक्टर, डीडी मॉल में स्थित ब्रांडेड कंपनियों के शोरूम से लेकर महाराज बाड़े, सराफा पर स्थित कपड़े की मार्केट में महिलाओं से पुरूषों ने दीपावाली के पूजन के लिए कपड़े खरीदे। कपड़ा कारोबारी निर्मल सतवानी ने बताया कि सर्दी का सीजन होने के कारण वूलन के कपड़े की अधिक डिमांड हैं।
इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में रहीं आफर्स भरमार
इलेक्ट्रॉनिक शोरूम पर भी धनतेरस के त्योहार असर नजर आया। इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों के शोरूम पर उपभोक्ताओं को कंपनी द्वारा पेश किए गए दीपावली आफर खासे पसंद आए। विक्रेताओं ने बताया कि देवउठनी ग्यारस में ही सहालग का सीजन शुरू हो रहा है, इसीलिए जिन लोगों के परिवार में शादियां हैं उन्होंने आगे के लिए फ्रीज, टीवी,वाशिंग मशीन व एलईडी आदि की एडवांस बुकिंग कराई।
सिक्कों, लाइवेट ज्वैलरी की रही डिमांड
आभूषण के बाजार में यह उम्मीद लगाई जा ही थी कि यहां पर कीमती धातुएं सोने एवं चांदी के हाई भाव इस त्योहार को अधिक प्रभावित करेंगे। लेकिन धनतेरस पर सोने एवं चांदी पर आई गिरावट ने बाजार में खुशियां ला दी, आभूषण के शोरूम पर दोपहर से जो ग्राहकी का सिलसिला शुरू हुआ वह देर रात तक चलता रहा। इस बार सराफा बाजार स्थित आभूषण शोरूम पर सोने एवं चांदी के सिक्कों के साथ ही पूजन के लिए लक्ष्मी गणेश जी प्रतिमा के साथ ही ग्राहक इस प्रकार की ज्वैलरी की डिमांड कर रहे थे जो कि वजन में हल्के एवं दिखने में हैवी हो। सराफा कारोबारी अजय मंगल ने बताया कि सोने के दस ग्राम हॉलमार्क वाला सिक्का 63 हजार रुपए एवं चांदी का 10 ग्राम का सिक्का 800 रुपए में बेचा। इस मार्केट में कुछ ब्रांडडे शोरूम पर गोल्ड के साथ-साथ डायमंड ज्वैलरी की भी खरीदी देखी गई। कारोबारियों की माने तो अब ग्राहकी का ट्रेंड धीरे-धीरे बदल रहा है।
हजार जवान ने संभाली सुरक्षा की कमान
त्योहार के बीच बाजारों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस भी खासी अलर्ट नजर आई और ड्रोन से बाजारों की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की गई। इसके साथ बाजार के चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान नजर आए। एसपी राजेश ंिसह चंदेल ने शुक्रवार के लिए एक हजार पुलिस जवान की ड्यूटी लगाई थी जिन्होंने महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, दौलतगंज सहित मुरार एवं हजीरा के बाजारों में सुरक्षा की व्यवस्था को देखा।
फुटपाथ कारोबारियों को रास्ते से हटवाने निगम ने बंधवाई रस्सी
त्योहार की शुरूआत होते ही महाराज बाड़े पर जबरदस्त भीड़ होने की शुरूआत हो चुकी है। जिसकी व्यवस्था बनाने के लिए नगर निगम द्वारा फुटपाथ व अन्य कारोबारियों को मुख्य मार्ग छोड़कर बैठने तक सीमित करने के लिए रस्सी बंधवा दी है। साथ ही दिन भर निगम मदाखलत अमले द्वारा कारोबारियों को पीछे रखने की मशक्कत करते हुए देखा गया। शुक्रवार की सुबह सुबह महाराज बाड़े पर निगम उपायुक्त अतिबल यादव द्वारा फुटपाथ कारोबारियों व अन्य को सीमा रेखा में बांधने के लिए रस्सी बांधी गई। साथ ही यहां वहां व सड़क घेरकर कारोबार करने वालों को सीमा में पहुंचाया गया। उल्लेखनीय है कि गुरूवार की दोपहर पर महाराज बाड़े पर रास्ता न होने के चलते निगम अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी अतिबल यादव, वीरेन्द्र शाक्य, सुनील चौहान, केशव चौहान, लोकेन्द्र चौहान, अनिल चौहान मौके पर पहुंचे थे और उसी समय मदाखलत गैंग ने आम लोगों को रास्ते खाली करवाकर राहत देने का काम किया था, उसी समय यह तय हो गया था कि फुटपाथ कारोबारियों को रास्ते घेरने से बचाने के लिए रस्सी बांधकर हद में रखा जाएगा। जिस पर निगम अमले ने कार्य शुरू कर दिया है।
आधी रात तक चला बर्तन बाजार
सराफा बाजार में दुकानदारों ने धनतेरस के लिए दुकानों पर खास सज्जा की थी। इस बार बर्तन बाजार में महंगाई की मार असर नजर नहीं आया। जिन लोगों ने सोने-चांदी के आभूषण नहीं खरीदे उन्होंने अपने बजट के अनुरूप स्टील, पीतल एवं तांबे के बर्तन की खरीदी की, यहां पर दोपहर से लेकर आधी रात तक भीड़-भाड़ का आलम रहा। महिलाओं ने अपनी गृहस्थी में आवश्यकता के अनुसार खरीदी की। सराफा बाजार स्थित बर्तन कारोबारी गोपाल ंिजदल की माने इस बार स्टील के बर्तन 180 से 700 रुपए किलो, पीतल 500 से 1800, एल्यूमीनियम 550 रुपए तक एवं तांबे के बर्तन 1000 रुपए से लेकर 2000 रुपए वहीं दूसरी आरे कांसे के बर्तन 1500 रुपए से लेकर 2500 रुपए तक किलो तक बेचे गए।