आंध्रप्रदेश के स्कूलों में मोबाइल फोन पर लगा बैन
यूनेस्को की निगरानी रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने लिया फैसला
अमरावती। आंध्र प्रदेश सरकार ने स्कूलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है। सरकार का मानना है कि मोबाइल के इस्तेमाल से बच्चों के दिमाग पर गहरा असर पड़ रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। आदेश के मुताबिक, अब शिक्षकों को भी कक्षाओं में जाने से पहले फोन हेडमास्टर के पास जमा करना होगा। यह कार्रवाई यूएन की सहयोगी संस्था यूनेस्को की रिपोर्ट पर की गई है। यूनेस्को के अनुसार स्कूलों में स्मार्टफोन पर बैन लगा देना चाहिए, ताकि वह मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत हो सकें।
स्कूलों में मोबाइल पर बैन
अच्छी पहल है, क्योंकि आजकल छात्र इसका ज्यादा प्रयोग कर रहे हैं। उनकी मानसिक एकाग्रता कम हो गई है। पढ़ाई पर ध्यान भी कम हो गया है। वह वीडियो गेम खेलने और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की रील देखने में टाइम की बर्बादी करते हैं। मेरा मानना है कि स्कूलों में फोन पर बैन लगाना चाहिए। - डॉ. राजेश शर्मा, काउंसलर, सीबीएसई हेल्पलाइन और शिक्षाविद्, भोपाल
दिल्ली सरकार ने भी लगाया था बैन :
दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने पिछले सप्ताह ही स्कूलों में मोबाइल फोन के यूज पर बैन लगा दिया है। पिछले साल मार्च में उत्तराखंड में हरिद्वार जिले में मोबाइल पर बैन लगाया था। रेवाड़ी व चंडीगढ़ में भी मोबाइल बैन लगाया गया है।
इन देशों में बैन हुए स्मार्टफोन
- कोलंबिया, आइवरी कोस्ट, इटली, नीदरलैंड, अमेरिका के कुछ राज्यों में में मोबाइल पर प्रतिबंध लगाया गया है।
- फ्रांस और डेनमार्क दोनों ने ही गूगल वर्कस्पेस को बैन कर दिया है।
- बांग्लादेश और सिंगापुर क्लास में स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर बैन लगा चुके हैं।