एक सप्ताह में मिनट्स तैयार हों,एक माह में कंप्लीशन रिपोर्ट मुझ तक आ जाए: अध्यक्ष

एक सप्ताह में मिनट्स तैयार हों,एक माह में कंप्लीशन रिपोर्ट मुझ तक आ जाए: अध्यक्ष

जबलपुर। नगर निगम के सदन में आयोजित अब तक की बैठकों की तुलना में सोमवार को आहूत हुई सामान्य सभा की बैठक कई अर्थों में अलग रही। पहला तो अध्यक्ष के तेवर बैठक के अंत में जिस तरह के रहे वैसे बहुत कम ही देखे गए हैं। पार्षदों के सुझाव व मांगों पर दर्ज होने वाले मिनट्स मे दर्ज निर्देशों की लगातार अनदेखी पर अध्यक्ष बिफरे नजर आए उन्होंने शांत किन्तु सख्त शब्दों में आयुक्त को निर्देश दिए कि एक सप्ताह के अंदर मिनट्स की कार्रवाई पूरी हो जाना चाहिए और एक महीने में उनकी टेबल पर कंप्लायंस रिपोर्ट होना चाहिए किस किस बिन्दु पर कितनी प्रोग्रेस हुई या नहीं हुई तो क्यों नहीं हुई।

अध्यक्ष रिंकू विज के तेवर देखने योग्य थे उन्होंने आगे कहा कि यदि ऐसा न हुआ तो याद रखें कि आगामी बैठक ऐसी नहीं होगी जैसी अब तक होती आई हैं। उनके शब्दों में छिपा संदेश अधिकारियों में हड़कंप लाने वाला था। बैठक का दूसरा पहलू महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के भाषण में सामने आया जबकि उन्होंने पक्ष-विपक्ष के नए पार्षदों द्वारा की गई आलोचना को भी सराहा और उनका उत्साहवर्धन किया।

महापौर ने कहा कि नए पार्षद जिस तरह वार्ड की समस्याओं का अध्ययन कर तैयारी के साथ आते हैं यह अच्छी बात है। मुझे उनकी द्वारा कही कड़वी बातों का बुरा नहीं लगता क्योंकि वे ऐसी बातें खुदके लिए सुनकर यहां आते हैं। मेरा प्रयास होगा कि सभी पार्षदों द्वारा की गई मांग या सुझावों को शत-प्रतिशत लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि अन्य विषयों पर इतना समय पार्षदों को पहले नहीं मिलता था।

समाप्त हुई सामान्य सभा की बैठक

रविवार को चौथी बैठक में जब सभी पार्षद अपनी बात रख चुके और नेता प्रतिपक्ष के संबोधन के बाद महापौर ने अपना भाषण पूरा किया इसके बाद अध्यक्ष ने बैठक को समाप्त घोषित किया।

मजाक बन गया सदन

नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने बैठक में कांग्रेस के खेमे में खाली कुर्सियां देखकर कहा कि बड़े ही शर्म की बात है कि बैठक से एमआईसी मेम्बर तक गायब हैं। सत्ता पक्ष के इस रवैये से सदन मजाक बनकर रह गया है। शुरूआत में अधिकारी भी गायब थे जो बाद में आए। अध्यक्ष ने भी हिदायत दी कि आगे से सारे अधिकारी समय पर ही बैठक में आएं।

मृत कर्मियों की लग रही हाजिरी

जीतू कटारे ने कहा कि यह शर्म की बात है कि स्वास्थ्य विभाग में मृत कर्मचारियों के नाम पर तक पैसा खाया जा रहा है। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष ने भी इस कृत्य को भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा बताया। पार्षद कटारे ने आगे अनुकंपा नियुक्ति की एवज में रिश्वत लेने, काबलियत दरकिनार कर अपनों को उपकृत करने, मेयर द्वारा अधिकारियों को शह देने के आरोप लगाए। महापौर से उन्होंने कहा कि पार्षदों को उपेक्षित न करें।

ये नए पार्षद हुए

मुखर अतुल जैन दानी- रीडेंसिफिकेशन प्लॉन के रीएक्शन सामने आने लगे हैं इसे अवैध कमाई का जरिया बनाया जाने लगा है। दमोहनाका बसस्टैंड की दुकान नंबर 1 में सुधार के नाम पर बढ़ा लिया गया है ऐसा और भी कई जगह हुआ। याद रहे ऐसे ही भूल से अस्पताल में 8 लोगों की मौत पिछले साल हुई थी। वहां भी दो दुकानों को एक कर लिया गया था और आने-जाने का स्पेस खत्म कर दिया गया था। दमोहनाका से आईटीआई रोड के अतिक्रमण कई मौतों के बाद भी अलग नहीं हो रहे हैं। सदन की बैठक का कोई महत्व है या नहीं स्पष्ट करें क्या यह शून्यकाल की बैठक की तरह है।

किसने क्या कहा

सुनीलपुरी गोस्वामी- वार्ड अंतर्गत शासकीय कॉलोनियों में चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर कहा कि यदि पार्षद और महापौर चुनते वक्त जनता हमें वोट देती है तो यह हमारा दायित्व है कि वहां सफाई व्यवस्था दुरुस्त करें।

शरद अग्रवाल- वार्ड में जलसंकट पर कहा कि 4 माह पहले महापौर ने दो बोरिंग तो करवा दीं मगर इनमें अभी तक मोटर नहीं रखवाई गर्इं। लिहाजा जलसंकट ज्यों का त्यों बरकरार है। टाइम लिमिट तय करें,अधिकारियों ने मोटर न रखवाई तो वे उनके कार्यालय में तालाबंदी कर देंगे।

संतोषी ठाकुर- लाइट की व्यवस्था बारिश से पहले कर लें। मंदिरों से निकलने वाले कचरे के लिए अलग से गाड़ी चलाई जाए। पार्षद निधि समय पर दें विकास से खिलवाड़ न करें आने वाले दिनों में आचार संहिता लग जाएगी तो विकास प्रभावित होगा। 30 अप्रैल को डुमना में हुए आयोजन में अध्यक्ष का फोटो नहीं था हम सभी पार्षद अध्यक्ष का अपमान नहीं सहेंगे।

रजनी साहू- वार्ड में सफाई व्यवस्था कमजोर होने पर सवाल उठाए। उन्होंने आटे व अन्य किसी मिश्रण से तैयार दीये महापौर को प्रदान किए ।