पचास हजार में नाबालिग का सौदा एसडीओपी ने रोका बाल विवाह
ग्वालियर। मोहना के उमेदगढ़ में डिंडोरी की एक नाबालिग का पचास हजार में सौदा कर उसकी जबरन शादी कराने के मामले में एसडीओपी घाटीगांव ने तुरंत कार्रवाई कर नाबालिग को वन स्टॉप सेंटर भिजवाया है। यह कार्रवाई एसडीओपी घाटीगांव कार्यालय में पहुंचे एक लिफाफे पर की। जिसमें पीड़िता ने बताया कि उसके परिजन जबरन उसकी शादी कराने के लिए मारपीट कर दबाव बना रहे हैं।
दरअसल घाटीगांव के एसडीओपी संतोष पटेल को मंगलवार की सुबह कार्यालय में एक बंद लिफाफा भेजे जाने की सूचना मिली। जिस पर एसडीओपी ने जब उसे खोला तो उसमें एक नाबालिग पीड़िता ने अपने परिजनों द्वारा पचास हजार रुपए में सौदा कर जबरन उसकी शादी बामौर के शैलेन्द्र धाकड़ से कराने का जिक्र किया। जिसमें लिखा था कि मैं अभी पढ़ना चाहती हूं लेकिन मेरे घर वाले मेरी मारपीट कर आगामी 8 फरवरी को शादी करने के लिए दबाव बना रहे हैं। जिस पर एसडीओपी पटेल मामले की गंभीरता को देखते हुए फौरन महिला बाल विकास की टीम को लेकर पीड़िता के गांव में पहुंचे और मामले की पड़ताल की। जहां पूछताछ में मामला संदिग्ध पाते ही एसडीओपी ने नाबालिग को वन स्टॉप सेंटर भेजकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।