जबलपुर में मिलेट्स की धूम, जुटे देशभर के कृषि वैज्ञानिक, किसान

जबलपुर में मिलेट्स की धूम, जुटे देशभर के कृषि वैज्ञानिक, किसान

जबलपुर। प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में बुधवार को मिलेट्स की धूम रही। पूरे प्रदेशभर के आदिवासी बाहुल्य जिलों से मिलेट्स की खेती करने वाले आदिवासी कृषकों ने अपनी फसलों का प्रदर्शन जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में स्टॉल के माध्यम से किया।

जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में आजादी के अमृत महोत्सव, जी-20 तहत बुधवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन मिलेट्स के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन: समस्याएं एवं समाधान विषय पर आयोजित सम्मेलन का शुभारंभ विवि के सभागार में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेश के कृषि मंत्री कमल सिंह पटेल (ऑनलाइन ज़ुडे रहे) व खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा के मुख्यातिथ्य में हुआ। कार्यक्रम में नाबार्ड के चीफ जनरल मैनेजर निरूपम मेहरोत्रा, भारतीय एग्रो इकानोमिक रिसर्च सेंटर के जनरल सेक्रेटरी, नई दिल्ली प्रमोद चौधरी, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा, डॉ. आर.आर हंचीनाल,पूर्व कुलपति कृषि विवि.धारवाड़, डॉ. दिनेश अग्रवाल, रजिस्ट्रार जनरल पीपीबीएंड एफआरए, डॉ. पी.पी. शास्त्री, मेम्बर आईसीएआर गवर्निग बॉडी नई दिल्ली, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. धीरेन्द्र खरे, अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी संकाय डॉ. अतुल श्रीवास्तव, अधिष्ठाताउद्यानिकी संकाय डॉ. एसके पांडे, संचालक अनुसंधान सेवायें डॉ. जीके कौतू, संचालक विस्तार सेवायें डॉ. दिनकर प्रसाद शर्मा, संचालक शिक्षण डॉ. अभिषेक शुक्ला, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, जबलपुर डॉ. पी.बी. शर्मा आदि मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. अमित शर्मा एवं आभार प्रदर्शन संचालक विस्तार सेवायें डॉ. दिनकर प्रसाद शर्मा द्वारा किया गया। सम्मेलन में देश- प्रदेश के प्रगतिशील किसान सहित कृषि वैज्ञानिक भी शामिल हुए। मीडिया को-आर्डिनेशन में आईपीआरओ डॉ. शेखर सिंह बघेल का विशेष सहयोग रहा।

योजनाएं बहुत हैं, लेकिन उनका लाभ हमें नहीं मिल रहा

जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि में सम्मेलन में बालाघाट से आए धन सिंह धुर्वे (बैगा) व उनके साथी गौथर सिंह मरावी, रामनाथ मरावी, सुंदर ने कहा हम कोदो, कुदकी के साथ धान, मक्का और अलसी की भी खेती करने लगे हैं। सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है अब जमीन भी कम पड़ रही है। कोदो की डिमांड ज्यादा है लेकिन हम जमीन और सिंचाई की समस्या के चलते हम उत्पादन बढ़ा नहीं पा रहे हैं। सरकार से मांग है कि वह इस समस्या से राहत दिलाये।

मिलेट्स को मार्केट मिले इस पर करना होगा काम :तोमर

देश के केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा देश के हर व्यक्ति की थाली में मोटा अनाज मिले सरकार की यह पहली प्राथमिकता है। आज के परिवेश में भोजन में पोषकता का अभाव होता जा रहा है। ऐसे में मिलेट्स से पोषकता को पूरा किया जा सकता है। दुनिया में मिलेट्स की हिस्सेदारी में भारत का योगदान 20 प्रतिशत है हमें इसे तेजी से बढ़ाने की दिशा में काम करना होगा।

वीडी शर्मा से बोलीं लहरी बाई दिलवा दीजिए मिलेट्स के लिए सरकारी रेट

सम्मेलन में मिलेट्स के स्टॉल का निरीक्षण करने पहुंचे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद वीडी शर्मा से डिंडौरी की लहरी बाई ने कहा मिलेट्स के लिए सरकार से सरकारी रेट तो दिलवा दीजिए। ऐसी व्यवस्था नहीं होने से हम आदिवासी किसान ठगे जा रहे हैं। महंगी दामों की फसलों को कम दामों में बेचना हमारी मजबूरी है। यदि रेट तय हो जाएंगे तो आदिवासी किसानों की आय बढ़ जाएगी। इस पर शर्मा ने कहा कि वे इसे निश्चित ही मुख्यमंत्री के संज्ञान में लेकर आएंगे।

प्राकृतिक खेती के लिए सरकार उपलब्ध कराये बीज

दमोह जिले से आए प्रगतिशील किसान बहादुर सिंह लोधी ने बताया वे गेंहू व धान की प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। इसमें वे केंचुआ खाद व जीवामृत का प्रयोग करते है इसमें प्रोडक्शन तो कम होता है लेकिन रेट ज्यादा होने से वे मैनेज कर पा रहे हैं। प्राकृतिक खेती के लिए सरकार जागरुकता कार्यक्रम तो चला रही है, लेकिन वास्तव में योजनायें किसान तक पहुंच ही नहीं रही हैं।