महापौर का बड़ा दावा: दीपावली तक एक बूंद गंदा पानी नर्मदा में नहीं जाएगा
जबलपुर। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है किआने वाली दीपावली तक शहर का एक बूंद भी गंदा पानी नर्मदा में प्रवाहित नहीं होगा। इसके लिए उन्होंने 17.5 क रोड़ रुपए की लागत से 9 जगहों पर ट्रीटमेंट प्लांट लगवाने के लिए टेंडर भी जारी कर दिए हैं।
कांग्रेस पार्टी से महापौर चुने गए श्री अन्नू ने पदभार संभालते ही पहला काम नर्मदा में गंदे नाले मिलने से रोकने की फाइल साइन की थी। उन्होंने उसी वक्त अपनी पहली प्राथमिकता इसे बताया था। हालाकि इसके पहले के 2 महापौर इस दिशा में काम कर चुके हैं मगर महज 1 ट्रीटमेंट प्लांट जो कि ग्वारीघाट में बना है से यह समस्या हल नहीं हुई और अन्य नालों का पानी नर्मदा में समा रहा है,इसे देखते हुए हर नाले पर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाना आवश्यक है इस काम का बीड़ा वर्तमान महापौर श्री अन्नू ने उठाया है।
ऐसे रुकेगा गंदे नालों का पानी
नर्मदा में प्रवाहित होने वाले सभी प्रमुख 9 नालों पर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे जिससे पानी शोधित होकर ही आगे बढ़ेगा। अशुद्ध पानी को वाटर हार्वेस्टिंग के काम में लिया जाएगा। इन नालों से निकली सिल्ट से खाद बनाई जाएगी। इस तरह के 9 स्थान तय किए गए हैं। जिनमें भटौली, कालीघाट, खंदारी, शाहनाला आदि शामिल हैं ये नाले सीधे नर्मदा में मिलते हैं।
गौर-परियट नदी बनेगी समस्या
नगर निगम सीमा में तो महापौर गंदे नाले मिलने के प्रोजेक्ट पर काम कर ही रहे हैं और उन्हें इसमें सफलता मिल सकती है,मगर गौर नदी और परियट नदी जो कि हिरन के माध्यम से नर्मदा में मिलती है की गंदगी को रोकने शासन को वृहद स्तर पर प्रयास करने होंगे। ये दोनों नदियां बेहद प्रदूषित हैं और गोबर व गंदगी लेकर नर्मदा में मिलती हैं,चूंकि ये नगर निगम सीमा में नहीं है इसलिए इनके शुद्धिकरण के लिए शासन को पहल करनी होगी।
नगर निगम सीमा में मां नर्मदा में मिलने वाले सभी नालों पर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे,इसके लिए हमने 17.5 करोड़ रुपए से टेंडर जारी कर दिए हैं। मेरा लक्ष्य है कि दीपावली तक एक बूंद गंदे नाले का पानी नर्मदा में नहीं जाएगा। जगत बहादुर सिंह अन्नू, महापौर