सीएसआई से लेकर कर्मचारियों की गले की फांस बनी मेयर हेल्प लाइन
जबलपुर। सीएसआई से लेकर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से लेकर आउट सोर्स के वे कर्मचारी जिन्हें महापौर हेल्प लाइन से संबद्ध किया गया है हलाकान हैं,ऐसा इसलिए क्योंकि महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू मेयर हेल्प लाइन के निराकरण के लिए बेहद जागरूक हैं और लगातार अपडेट लेते हैं,उनका साफ कहना है कि शत-प्रतिशत शिकायतों का संतुष्टि के साथ निराकरण होना चाहिए।
इसके लिए वे प्रतिदिन अपडेट तो लेते ही हैं साथ ही सभी की संयुक्त बैठक सप्ताह में एक बार लेते हैं। इसमें आने वाली शिकायतों की जानकारी लेकर इनके निराकरण तक की पूरी प्रक्रिया वे संबंधितों से समझते हैं। वर्तमान में प्रगति दर 70 फीसदी को 100 फीसदी करने के लिए उनका अधिकारियों पर पूरा दबाव है।
नहीं चलता बहाना
बरसों से चल रही सीएम हेल्पलाइन में चल जाने वाली कोताही मेयर हेल्पलाइन में नहीं चल पा रही है ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें मिलीं रोजाना की शिकायतों पर शाम को प्रगति पूछी जाती है। इस पर भी शिकायतकर्ता कभी-कभी सीधे महापौर से भी बात कर लेते हैं। चूंकि हर शिकायत के निराकरण की समय सीमा भी निर्धारित है जिसके अंदर अमले को शिकायतकर्ता को संतुष्ट करना होता है।
200 पार पहुंचीं शिकायतें
महापौर हेल्प लाइन को शुरू हुए 14 दिन हो चुके हैं जिसमें करीब 200 से ऊपर शिकायतें आ चुकी हैं इनमें से करीब 140 का संतुष्टिपूर्वकर निराकरण भी हो चुका है। शेष में प्रक्रिया जारी है। देश में पहली बार जबलपुर में शुरू हुई इस सेवा का अच्छा प्रतिसाद देखने मिल रहा है और नागरिक इसकी सराहना भी कर रहे हैं।