महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सीएम शिवराज सिंह को लिखा पत्र
इंदौर। इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा है। भार्गव ने इंदौर शहर में अवैध कालोनी के निर्माण में किस तरह मास्टर प्लान विलंब से लागू होना सहायक सिद्ध होता है, इस विषय पर सीएम के ध्यान आकर्षित कराया है। उन्होंने पत्र माध्यम से सीएम से कहा है कि अवैध कालोनियों की समस्या से आम नागरिक सर्वाधिक पीड़ित है। इसी समस्या के मद्देनजर हम उदारवादी होकर इन अवैध कालोनियों को समय-समय पर वैध भी करते रहे हैं और कर रहे हैं।
आमतौर पर इन अवैध कॉलोनी को वैध करने के आवेदन पर टीएनसीपी, नगर निगम इंदौर तथा अन्य संबंधित कार्यालय चाहकर भी निराकरण नहीं कर पाते। महापौर ने पत्र में तमाम तकनीकी पहलुओं को सामने रखते हुए कहा है कि मास्टर प्लान निर्धारित समय से लागू नहीं होने के कारण कॉलोनाइजर कृषि और ग्रीन बेल्ट की भूमि सस्ते मूल्य में खरीद लेते हैं। आम नागरिक भी प्लॉट कम कीमत पर उपलब्ध हो जाने के कारण भूमि का स्टेटस भी नहीं देखता है और प्लाट खरीद लेता है।
अब तक के मास्टर प्लान पर एक नजर
- वर्ष 1975-1990 का मास्टर प्लान 1990 में पूरा हुआ, जो वर्ष 1992 से लागू हुआ।
- वर्ष 1992 से 2005 के मध्य 13 वर्षों में मास्टर प्लान बना तो परन्तु लागू नहीं हो सका।
- वर्ष 2005 2006 का मास्टर प्लान 3 वर्ष देरी से वर्ष 2008 में लागू हुआ।
- वर्तमान मास्टर प्लान वर्ष 2021 भी गत 2 वर्ष गुजर जाने के बाद भी अभी तक लागू नहीं हुआ।